बागपत. उत्तर प्रदेश के बड़ौत में न्याय न मिलने से क्षुब्ध होकर सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता ने रविवार देर शाम जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। परिजनों ने पीड़ितों को मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां पर उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं सोमवार को पीड़िता के परिजन कोतवाली पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
जानकारी के अनुसार पीड़िता मेरठ जनपद के सिसौला क्षेत्र की रहने वाली है। उसकी शादी 2019 में बागपत के अमीनगर सराय के एक युवक से हुई थी। पीड़िता के अनुसार उसके पति, देवर व ननदोई ने सटटेबाजी का काम शुरू कर दिया था, लेकिन सटटेबाजी में नुकसान होने लगा था। इसके बाद तीनों पीड़िता को कोतवाली क्षेत्र के बड़का गांव में एक तांत्रिक के पास लेकर पहुंचे, जहां पर पहले तांत्रिक ने फिर देवर, पति व ननदोई ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
पीड़िता के अनुसार बेसुध होने पर वे मुझे लेकर घर पहुंचे, जहां पर होश में आने पर उसने इस कृत्य का विरोध किया। विरोध करने पर उन्होंने मारपीट कर घायल कर घर से निकाल दिया। जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने तहरीर पर सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था।
आरोप लगाया कि चार-पांच दिन पहले कोतवाली में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने गई थी, लेकिन पीड़िता को धमकाते हुए कोतवाली से भगा दिया। इससे आहत होकर पीड़िता ने रविवार शाम को उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। परिजनों ने उसे मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।
इस मामले में जहां इंस्पेक्टर देवेश कुमार शर्मा ने जानकारी न होने की बात कहीं। वहीं सीओ युवराज सिंह ने जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी किएं जाने की बात कही।