नई दिल्ली। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा का हाल ही में संपन्न आईपीएल 2022 में प्रदर्शन काफी खराब रहा था। इसके बाद रोहित शर्मा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज में आराम किया, जिसके बाद उनके फॉर्म को लेकर सवाल खड़े हुए।
मुंबई इंडियंस के कप्तान ने 14 मैच खेले, लेकिन एक भी अर्धशतक जमाने में नाकाम रहे। उन्होंने 14 पारियों में 268 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 48 रन रहा। मुंबई इंडियंस की टीम आईपीएल 2022 की अंक तालिका में आखिरी स्थान पर रही
आलोचकों का कहना था कि रोहित शर्मा को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में खेलना चाहिए था ताकि वह अपनी खोई हुई लय हासिल करने की कोशिश करते। 1983 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव ने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि आपका स्तर क्या है, एक खिलाड़ी के लंबे समय के खराब फॉर्म पर सवाल खड़े होंगे। कपिल देव ने अनकट से बातचीत में कहा, ‘आज यह जानना मुश्किल है कि कौन आराम कर रहा है और किसे आराम करने को कहा गया है। सिर्फ चयनकर्ता ही इस बारे में जानते हैं।’
रोहित शर्मा ने कहा, ‘रोहित शर्मा शानदार हैं। इसमें कोई शक नहीं। मगर आप 14 मैचों में अर्धशतक नहीं जमाएंगे तो सवाल उठेंगे। चाहे गैरी सोबर्स हो या डॉन ब्रेडमैन, विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर,सुनील गावस्कर या विव रिचर्ड्स, अगर लंबे समय से खराब फॉर्म में रहेंगे तो सवाल खड़े होंगे। सिर्फ रोहित शर्मा ही जवाब दे सकते हैं कि क्या हो रहा है। यह काफी ज्यादा क्रिकेट का दबाव है या फिर उन्होंने आनंद उठाना छोड़ दिया है।’
कपिल देव ने आगे कहा, ‘रोहित शर्मा या विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों को खेल का आनंद उठाना चाहिए। वो कितना महसूस करते हैं, वो जरूरी है।’ रोहित शर्मा के साथ-साथ विराट कोहली भी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। नवंबर 2019 के बाद से कोहली ने शतक नहीं जमाया है।
देव ने कहा, ‘आपको फॉर्म में लौटने के लिए रन बनाने की जरूरत है। आप सिर्फ अपनी इज्जत के बल पर ज्यादा आगे नहीं बढ़ सकते हैं। बड़ी बात यह है कि मौका खत्म हो रहा है। 14 मैचों के बाद आपको कितने मैचों की जरूरत है? समझ नहीं आया कि उन्होंने आराम क्यों किया। गर टीम से बाहर किया गया तो क्या दोबारा उन्हें मौका मिलेगा। यह देखना मुश्किल हो कि वो अब कैसे खेलेंगे।’
कपिल देव का मानना है कि रोहित और कोहली की दिक्कत मानसिकता है और उन्हें खुद से पूछने की जरूरत है कि उन्हें क्या परेशानी है और अगर वो रन नहीं बनाएंगे तो आलोचकों का मुंह बंद करना मुश्किल होगा।
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘मेरा मानना है कि इन खिलाड़ियों को अपनी सोच ठीक करनी होगी। मैं खुश हो जाऊंगा कि वो मुझे गलत साबित करें। अगर आपने रन नहीं बनाए तो फिर कहीं दिक्कत है। या तो काफी क्रिकेट खेल रहे हैं या फिर बहुत कम। हम सिर्फ एक चीज देखेंगे कि वो कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर प्रदर्शन में गिरावट आती है तो लोगों को बातचीत करने से रोक नहीं पाएंगे। यह संभवत नहीं। आपके प्रदर्शन और बल्ले को बातचीत करना चाहिए। बाकी मायने नहीं रखता।’
पूर्व भारतीय कप्तान ने आगे कहा, ‘विराट कोहली हमारे लिए हीरो की तरह है। हम सोचते थे कि कोई ऐसा खिलाड़ी आएगा, जिसकी तुलना राहुल द्रविड़, सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर से होगी। हमनें कभी ऐसा नहीं सोचा था। फिर कोहली आए। अब तुलना गई। उन्हें अपनी मानसिकता पर ध्यान देने की जरूरत है।’