मुजफ्फरनगर। राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में यूपी के 20 जिलों के साथ ही जनपद मुजफ्फरनगर में भी अपने अपने गांवों की सरकार को चुनने के लिए लोगों ने वोटिंग की। जनपद में 9 विकास खण्ड क्षेत्रों के 1060 पोलिंग स्टेशनों के अन्तर्गत 2976 पोलिंग बूथों पर सोमवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान सम्पन्न कराया गया है। इसके साथ ही मतदाताओं ने कोरोना का भय छोड़कर भारी उत्साह के साथ बंपर मतदान किया और सवेरे मतदान शुरू होते ही बूथों पर मतदाताओं की कतार लग गई। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए वोटर अपनी बारी से मतदान करते नजर आये। दोपहर तक ही जनपद में 40 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हो चुका था। इसके साथ ही मतदाताओं ने अपनी पसंद के उम्मीदवारों के लिए बैलेट पर मुहर लगाकर 13 हजार 215 प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में सुरक्षित कर दिया। मतदान के दौरान शांति व्यवस्था बनाने के लिए डीएम और एसएसपी सहित सभी पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी लगातार गांव दर गांव निरीक्षण करते रहे। जनपद में छिटपुट घटनाओं और फर्जी वोटिंग की शिकायतों व हंगामे के बीच मतदान सम्पन्न होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली। सुरक्षा के लिए पुलिस के साथ ही पीएसी और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों को लगाया गया था।
जनपद में कुल 13215 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। इनमें 498 ग्राम पंचायतों में प्रधान पद के 4388, ग्राम पंचायत सदस्य के 6726 पद पर 3410 और बीडीसी के 1085 पदों पर चुनाव में 4673 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इसके अलावा जिला पंचायत सदस्य के 43 वार्डों में 744 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। जिले में सोमवार सुबह 7 बजे से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, बीडीसी और ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान प्रारम्भ हुआ। रमजान और नवरात्र के साथ ही कोरोना संक्रमण का भय होने के बावजूद सवेरे से ही पोलिंग बूथों पर मतदाताओं का जोश देखते ही बन रहा है। जनपद में कई गांवों में सुबह छह बजे से ही पोलिंग बूथों पर वोटरों की कतार लगने लगी थी।
जैसे जैसे दिन का तापमान बढ़ा, उसी प्रकार वोटिंग का जोश भी बढ़ता चला गया। सवेरे नौ बजे तक ही 11.70 प्रतिशत वोटरों ने अपने वोट डाल दिये थे। महिला वोटर भी बड़ी संख्या में बूथों पर पहुंचती रहीं। गर्मी के बावजूद रोजदारों और व्रत रखे लोगों ने भी मतदान में पूरा उत्साह दिखाया। गर्मी में लंबी लाइनों में लगकर उन्होंने अपना वोट डालकर अपने गांव की सरकार के चुनाव के लिए वोट दिया। सुबह 11 बजे तक 25.20 प्रतिशत मतदान जनपद में हो चुका था।
इसके अगले दो घंटे में वोटिंग में और भी तेजी आई और जिले में 40.60 प्रतिशत मतदाता अपना मतदान कर चुके थे। इस दौरान जिले में शांति बनी रही। कहीं कोई बड़ी घटना या विवाद सामने नहीं आया। वोटिंग के लिए सभी क्षेत्रों में मतदाताओं ने भरपूर जोश दिखाया, लेकिन कुछ पोलिंग बूथ खाली भी नजर आये। वहीं बुढ़ाना, जानसठ, सदर और बघरा विकास खंड क्षेत्रों में दोपहर तक तेजी से मतदान हुआ। यहां पर एक बजे तक 40 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने वोट डाल दिये थे।
इसके साथ ही जनपद में गांवों में छिटपुट घटनाएं भी होती रही। शहर से सटे ग्राम कूकडा में प्रधान पद के प्रत्याशियों के बीच फर्जी वोटिंग को लेकर तनातनी हो गयी थी। समर्थकों ने आरोप लगाया कि फर्जी आईडी के आधार पर वोट डलवाई जा रही है। यहां पर हरिजनों की चौपाल पोलिंग बूथ, जीजेडबी पब्लिक स्कूल और प्राथमिक विद्यालय कूकडा नम्बर 1 में फर्जी वोटिंग को लेकर हंगामा चलता रहा। अफसरों से भी शिकायत की गयी। सवेरे से ही डीएम सेल्वा कुमारी जे. और एसएसपी अभिषेक यादव पुलिस फोर्स के साथ गांव दर गांव मतदान केन्द्रों का भ्रमण करने निकल गये थे। उन्होंने संवेदनशील बूथों पर जाकर मतदाताओं से बात की और पुलिस फोर्स का भी हौसला बढ़ाया। डीएम एसएसपी ने कुटबा, कसेरवा, भौराकलां जैसे संवेदनशील गांवों में जाकर असामाजिक तत्वों को भी चेतावनी दी। इसके साथ ही चुनाव में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए संवेदनशील बूथों पर पुलिस और पीएसी बल के साथ ही पैरा मिलिट्री फोर्स को भी लगाया गया था।
चार मतपत्र देखकर उलझे रहे कई मतदाता-मुजफ्फरनगर। पंचायत चुनाव में इस बार मतदाताओं को जिला पंचायत सदस्य और प्रधान सहित चारों पदों के लिए मतदान करने का एक साथ अवसर मिला। इसके लिए पोलिंग बूथों पर वोटिंग के लिए पहुंचे मतदाताओं को पीठासीन अधिकारियों द्वारा एक साथ चार मत पत्र दिये गये। उनको अलग अलग मतपत्र पर अपना वोट देने के लिए निर्देशित किया गया।
इस दौरान कई महिलाएं और पुरुष मतदाता भी इस चार मत पत्रों को लेकर उलझे नजर आये। कई बुजुर्ग महिलाओं को तो पीठासीन अधिकारी की सहमति पर वोटिंग के लिए सहायक भी मुहैया कराया गया। सोमवार को वोट डालने के लिए पहुंचे मतदाताओं के हाथ बैलेट ग्राम प्रधान, ग्राम, क्षेत्र व जिला पंचायत सदस्य के चार पदों के लिए हर वोटर को चार मतपत्र दिए गए, जिनमें से मतदाता ने प्रत्येक पद के मतपत्र पर अंकित अपने पसंदीदा प्रत्याशी के चुनाव निशान वाले खाने पर मुहर लगाई और फिर उसे मतदान अधिकारी की देखरेख में मतपेटिका में डाल दिया।
कहीं सोशल डिस्टेंस की उड़ी धज्जियां, कहीं हुआ पूरा पालन-मुजफ्फरनगर। सोमवार को पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रत्येक मतदान केंद्र पर कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए सख्ती की गयी, लेकिन इस सख्ती का असर कहीं कहीं ही नजर आया। ज्यादातर पोलिंग स्टेशनों पर कोविड प्रोटाकाल की धज्जियां ही उड़ती रहीं। चुनाव के दौरान संक्रमण को रोकने के लिए पोलिंग स्टेशनों पर हैंड सैनेटाइजर, हाथ धोने के लिए साबुन और पानी, फेस मास्क के अलावा पीपीई किट तक की भी व्यवस्था की गई थी।
इसके साथ ही पोलिंग बूथों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए गोल घेरे भी बनाये गये थे। मतदाताओं की भीड़ उमड़ने के कारण सुरक्षाकर्मियों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मतदान कराने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। कई मतदान केन्द्रों पर तो इतनी सख्ती थी कि बिना फेस मास्क के मतदाताओं को प्रवेश ही नहीं करने दिया गया। जबकि कहीं पुलिस फोर्स भारी भीड़ होने के बावजूद भी बेफिक्र नजर आया। पीनना में बालिका इण्टर काॅलेज में बने बूथ पर आंगनवाडी कार्यकत्रियों ने यहां पर मतदान करने आ रहे मतदाताओं का थर्मल स्कैनर से टैम्परेचर चैक किया। हाथ सेनिटाइज कराये और बिना मास्क वालों को मास्क भी वितरित किये। जबकि मोरना ब्लाॅक में अधिकतर बूथों पर कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के लिए तैनात की गयी आशाओं व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा मास्क, सेनेटाइजर और थर्मल स्कैनिंग मशीन उनको उपलब्ध ही नहीं कराई गई है।
डीआईजी-आयुक्त ने किया बूथों का निरीक्षण, एसएसपी दिखे बेहद सख्त-मुजफ्फरनगर। जनपद में पंचायत चुनाव के दौरान सुरक्षा बंदोबस्त और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए डीआईजी सहारनपुर उपेन्द्र अग्रवाल और आयुक्त सहारनपुर मण्डल एवी राजमौलि ने भी निरीक्षण पर पहुंचे। उन्होंने भोपा, शुक्रताल के साथ ही अन्य क्षेत्रों में जाकर पोलिंग बूथों पर की गयी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और मतदाताओं से बात करते हुए मतदान के लिए शांतिपूर्ण व्यवस्था की जानकारी भी ली।
इसके साथ ही एसएसपी अभिषेक यादव भी आज बेहद सख्त रवैया अपनाये रहे। शाहपुर क्षेत्र के एक बूथ पर पहुंचे एसएसपी ने पुलिस फोर्स को ब्रीफ करते हुए सख्त आदेश दिये कि कोई भी पोलिंग एजेंट नियमों की अनदेखी करता पाया जाता है तो उसको तुंरंत ही हिरासत में लेकर थाने भिजवा दिया जाये। उनकी यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होती रही। उन्होंने कहा कि पोलिंग लाइन तक किसी भी एजेंट को जाने की अनुमति नहीं है।
इस दौरान उन्होंने मतदान करने आये लोगों से शांतिपूर्ण मतदान कर वापस अपने घरों पर जाने, बेवजह खडे न रहने तथा कोविड नियमों का पालन करने की अपील करने के साथ ही डयूटी पर तैनात पुलिस बल और अर्धसैनिक बल को सतर्क रहने, सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने तथा कोविड-19 नियमों का पालन करने व मतदान करने आये लोगों को कोविड गाइडलाइंस का पालन करवाने हेतु निर्देशित किया गया।
महिला प्रत्याशी के बैलेट पेपर से चुनाव निशान गायब!-मुजफ्फरनगर। पंचायत चुनाव के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने में प्रशासन लाख प्रयासों के बाद भी विफल ही नजर आया तो वहीं चुनाव के दौरान प्रशासनिक लापरवाही के कारण एक प्रत्याशी की सारी मेहनत पर पानी फिर गया। सूत्रों के अनुसार चरथावल देहात ग्राम पंचायत के एक वार्ड से ग्राम पंचायत सदस्य पद पर चुनाव मैदान में उतरीं महिला प्रत्याशी सायरा के लिए बैलेट पेपर पर चुनाव निशान ही अंकित नहीं मिला। मतदान शुरू होने के बाद इसकी जानकारी प्रत्याशी के पति को मतदाताओं को ने दी तो हंगामा खड़ा हो गया। प्रत्याशी के पति ने इसकी जानकारी अफसरों को दी, लेकिन इसी बीच इस वार्ड के लिए मतदान जारी रहने के कारण प्रत्याशी पति बैचेन दिखाई दिया।