मुजफ्फरनगर। नगर पालिका की बोर्ड बैठक में दुकानदारों की रसीद न काटने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। सभासदों ने इस मामले को लेकर नगर पालिका ईओ और टैक्स विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के प्रति नाराजगी जताई है। इस दौरान सिटी के प्रमुख व्यापारी और नगर पालिका के दुकानदार भी बोर्ड बैठक में उपस्थित रहे। हंगामा होने पर नगर पालिका ईओ हेमराज सिंह बोर्ड बैठक को बीच में छोडकर चले गए। सभासदों ने ईओ की खराब कार्य प्रणाली को लेकर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने ईओ को सस्पेंड करने की मांग की है। उधर ईओ का कहना है कि नियामों को ताक पर रख कर कोई कार्य नहीं किया जाएगा।
नगर पालिका की बोर्ड बैठक शुरु होने पर दुकानदारों के प्रकरण को लेकर हंगामा शुरू हो गया। 18 जून को हुईर बोर्ड बैठक में दुकानदारों से निर्धारित किराया और प्रीमियम जमा कराने का प्रस्ताव पास हुआ था। बोर्ड में प्रस्ताव पास होने के बाद इस पर कोई कार्रवाई पालिका के द्वारा नहीं की गई। पिछले कई दिनों ने नगर पालिका के दुकानदार किराया और प्रीमियम जमा कराने के लिए पालिका के चक्कर काट रहे है, लेकिन टैक्स विभाग के द्वारा किराया और प्रीमियम जमा नहीं किया जा रहा है, वहीं दुकानदारों को रसीद भी नहीं दी जा रही है। इस मामले में दुकानदारों ने पिछले सप्ताह पालिकाध्यक्ष से भी शिकायत की। पालिकाध्यक्ष ने टीएस और ईओ को तैयार पांच दुकानदारों की पत्रावली पर कार्रवाई करते हुए किराया और प्रीमियत जमा करा रसीद काटने के निर्देश दिए। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बुधवार को नगर पालिका में हुई बोर्ड बैठक के इस प्रकरण को लेकर जमकर हंगामा हुआ। सभासद पूनम शर्मा, प्रेमी छावडा, विभुल पटनागर, अरविन्द धनगर आदि सभासदों ने दुकानदारों की रसीद न काटने पर आपत्ति दर्ज कराई। सभासदों ने अपने सवालों से ईओ को घेर लिया। ईओ ने बताया कि टैक्स विभाग के द्वारा कोई पत्रावली उपलब्ध नहीं करायी गई है। वहीं टैक्स विभाग से टीएस आरडी पोरवाल का यहां से ट्रांसफर हो गया। सभासदों ने आरडी पोरवाल के रिलिव होने पर जवाब मांगा, लेकिन ईओ और पालिकाध्यक्ष कोई उचित जवाब नहीं दे पायी। इस पर सभासदों ने हंगामा कर दिया और ईओ पर गंभीर आरोप लगाए। हंगामा होता देख ईओ हेमराज सिंह बोर्ड बैठक बीच में छोडकर चले गए। इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट अनूप कुमार पर्यवेक्षक अधिकारी के रूप में मौजूद रहे।