मुजफ्फरनगर। जिला पंचायत के वार्ड- 34 में आरक्षण को लेकर सहायक निर्वाचन अधिकारी ही गंभीर भूल कर बैठे। जिस वार्ड को सामान्य श्रेणी में रखना था उसे पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित घोषित कर दिया। एक साल बाद अचानक वार्ड के आरक्षण में हुए बदलाव से सभी हैरत में रह गए।

रालोदियों ने जिला निर्वाचन कार्यालय में ज्ञापन देकर आपत्ति दर्ज कराई तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन जांच के बाद सहायक निर्वाचन अधिकारी ने इस मामले में गलती स्वीकार की। उन्होंने त्रुटिवश आरक्षण पिछड़ा वर्ग होने की बात कही। रालोदियों को बताया गया कि वार्ड अनारक्षित यानि सामान्य श्रेणी में ही है। वर्ष-2021 में हुए पंचायत चुनाव में वार्ड 34 अनारक्षित यानि सामान्य श्रेणी का वार्ड था। यहां से वंदना वर्मा चुनाव जीती थी। वंदना वर्मा के एमएलसी बनने के बाद वह सीट हाल ही में खाली हुई है। इस सीट पर निर्वाचन विभाग ने उपचुनाव घोषित कर पूरा चुनाव कार्यक्रम घोषित किया। इसमें वार्ड को इस बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित दर्शाया गया। उपचुनाव की सूचना में आरक्षण से सभी सकते में रह गए।

एक साल में कैसे वार्ड का आरक्षण सामान्य से पिछड़ा वर्ग में परिवर्तित हो गया, इसकी जानकारी निर्वाचन विभाग से की जाने लगी। मंगलवार को रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष अजीत राठी निर्वाचन कार्यालय पहुंचे तथा ज्ञापन देकर लिखित आपत्ति जतायी। रालोदियों की नाराजगी के बाद सहायक निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने रिकार्ड चेक किया तो उन्होंने आरक्षण में त्रुटि होने की बात स्वीकार की। कहा, भूलवश ऐसा हुआ है इसे तत्काल सुधारा जा रहा है और नया चुनाव कार्यक्रम व आरक्षण जारी किया जा रहा है। उन्होंने वार्ड को सामान्य यानि अनारक्षित घोषित किया। इसके बाद ही रालोदियों ने राहत की सांस ली।

ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से संजय राठी, संजीव प्रधान, विपिन मेहंदियान, अंकित प्रधान, नितेश चौधरी, आलोक प्रधान, सार्थक लाटियान, मोनू कुटबी समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। आज से होंगे नामांकन सहायक निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि जिला पंचायत के वार्ड-34 के लिए बुधवार 20 जुलाई आज से नामांकन शुरू होंगे। इस वार्ड के लिए अब सामान्य श्रेणी के लोग भी नामांकन कर पाएंगे। यह वार्ड अब पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित नहीं है।