नई दिल्ली. आज शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करता होगा. काम हो या एंटरटेन्मेंट, हम अपने ज्यादातर कामों के लिए अपने मोबाइल फोन पर निर्भर करते हैं और इसलिए फोन के बिना एक मिनट भी गुजारना मुश्किल लगता है. अगर आप भी स्मार्टफोन यूजर हैं और तमाम कामों के लिए इस डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं तो हम आपको सतर्क करना चाहते हैं. हमारे पास आपके लिए कुछ बेहद जरूरी टिप्स हैं जिनका आपको जरूर ध्यान रखना चाहिए. स्मार्टफोन इस्तेमाल करते समय इन टिप्स को अगर आप फॉलो नहीं करेंगे तो आपको कैंसर और ब्रेन ट्यूमर जैसी खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं..
इस बात से तो शायद कोई भी अनजान नहीं होगा कि सभी स्मार्टफोन्स से खतरनाक विकिरण निकलती हैं जो इंसानों के लिए काफी खतरनाक और कई बार घातक भी साबित हो सकती हैं. स्मार्टफोन्स के इस्तेमाल पर एक तरह की रेडियो फ्रीक्वेन्सी रेडिएशन निकलती है जिसका हमारे शरीर और दिमाग, दोनों पर बेहद बुरा असर पड़ता है. मोबाइल्स से निकलने वाले ये रेडिएशन्स इंसान के ब्रेन ट्यूमर से अफेक्ट होने के चांसेज को 40 प्रतिशत से बढ़ा देते हैं. आइए जानते हैं कि वो कौन सी बातें हैं जिनका ध्यान आपको स्मार्टफोन यूज करते समय रखना चाहिए.
वैसे तो एक स्मार्टफोन कई सारे फीचर्स और सुविधाओं के साथ आता है लेकिन मुख्य रूप से इस फोन का इस्तेमाल कॉल पर बात करने के लिए किया जाता है. आपको बता दें कि सबसे पहले तो कोशिश करें कि आप एक बार में ज्यादा देर तक फोन पर बात न करें क्योंकि देर तक कॉल पर रहने से रेडिएशन्स काफी बढ़ जाते हैं.
साथ ही, कोशिश करें कि फोन पर अगर आपको लंबी बात करनी है तो आप स्पीकर पर करें और फोन को अपने शरीर के साथ डायरेक्ट कॉन्टैक्ट में कम रखें क्योंकि हर 30 सेकेंड पर फोन से हीट रेडिएशन निकलते हैं और ये आपके शरीर के प्रमुख ऑर्गन्स को खराब कर सकते हैं.
हम जहां जाते हैं, जहां होते हैं- हमारा स्मार्टफोन आमतौर पर हमारे साथ ही होता है लेकिन कुछ ऐसे स्थान हैं जहां आपको अपना फोन इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. आपको बता दें कि अगर आप किसी बस, गाड़ी, ट्रेन आदि में है और वो वाहन चल रहा है तो फोन को सिर्फ तभी इस्तेमाल करें जब जरूरी हो. ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय सिग्नल के लिए फोन ज्यादा एक्टिव होता है और इस वजह से रेडिएशन भी ज्यादा होते हैं.
इतना ही नहीं, जब आपकी गाड़ी कहीं पार्क हुई है और आप उसमें बैठे हैं, तब भी स्मार्टफोन को यूज करना काफी खतरनाक साबित हो सकता है. आस-पास की गाड़ियों और आपकी गाड़ी से निकल रही हीट की वजह से फोन के बैटरी रेडिएशन्स काफी बढ़ जाते हैं और इस तरह रेडियो फ्रीक्वेन्सी रेडिएशन्स भी मैग्नफाइ हो जाते हैं.
हम में से ज्यादातर लोगों की यह आदत होती है कि हम अपना स्मार्टफोन यूज करते-करते ही सो जाते हैं और इसलिए फोन हमेशा हमारे तकिये के पास होता है. आपको बता दें कि रात को ही एक स्मार्टफोन से निकलने वाले रेडिएशन्स और तमाम इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड्स (EMF) स्लीप साइकिल को खराब कर सकते हैं, घबराहट बढ़ा सकते हैं, मांसपेशियों में दर्द का कारण बन सकते हैं और आपको कमजोरी भी महसूस हो सकती है. इसका असर आपके इम्यून सिस्टम पर भी पड़ सकता है. इसलिए सोने से पहले अपने स्मार्टफोन को अपने से दूर, बिस्तर से दूर रखें.
आपको बता दें कि अगर आप बीमार नहीं हैं और अकारण आपको सिर दर्द, चक्कर, थकावट या फिर कमजोरी महसूस होती है, तो इसका एक कारण आपका स्मार्टफोन यूसेज हो सकता है.