मुजफ्फरनगर. शुगर मिल सत्र 2022-23 में पूर्ण क्षमता के साथ पेराई करेगा। इसके लिए शुगर मिल में मशीनरी के अलावा बायलर की भी मरम्मत कराई जा रही है। इस काम पर लगभग 35 करोड़ रुपये शुगर मिल खर्च करेगा, ताकि सत्र के दौरान परेशानी से बचा जा सके। गन्ना विभाग किसानों से अपने अभिलेखों के आधार पर गाटा व गन्ना रकबे का मिलान कर रहा है। उसके बाद सट्टा प्रदर्शन पूर्ण कर अनुबंध की कार्रवाई होगी।

1.60 लाख कुंतल है प्रतिदिन पेराई क्षमता खतौली की त्रिवेणी शुगर मिल की जनपद में सबसे अधिक पेराई क्षमता है। मिल एक दिन में 1.60 लाख कुंतल गन्ना पेराई कर सकती है। तीन वर्षों से शुगर मिल को पर्याप्त रूप से गन्ना नहीं मिल रहा है। इसके चलते एक दिन में अधिक पेराई का रिकार्ड 1.25 लाख कुंतल तक रहा है। मिल उपाध्यक्ष डा. अशोक कुमार ने बताया कि शुगर मिल में सभी मशीनों को दुरुस्त कराने में 35 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए नव सत्र से पहले मरम्मत कार्यों को पूर्ण कर लिया जाएगा।

पिछले सत्र में खरीदा 225 लाख कुंतल गन्ना पेराई सत्र 2021- 22 में 199 दिन तक शुगर मिल चली है। इस दौरान 225 लाख कुंतल गन्ना खरीदा गया। इसके बदले किसानों को 777 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। नव सत्र में पेराई पूर्ण क्षमता से करने का लक्ष्य रखा गया है।