कानपुर। कानपुर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की घाटमपुर कस्बा शाखा के मैनेजर, कैशियर और गार्ड ने मिलकर बैंक लूटने आए नकाबपोश को पकड़ लिया। वारदात को अंजाम देने के लिए साइकिल से पहुंचे नकाबपोश ने तीनों पर धारदार हथियारों से वार कर उन्हें घायल कर दिया। हालांकि जख्मी होने के बाद भी तीनों ने लुटेरे को धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़ा गया आरोपी पतारा के संचितपुर गांव का रहने वाला है और बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र है। आरोपी के पास से एक तमंचा भी बरामद हुआ है।
बैंक की कस्बा शाखा के प्रबंधक वीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि रोज की तरह शनिवार सुबह बैंक खुली और वह कैशियर प्राणनाथ शुक्ला, हनुमंत विहार के गल्लामंडी निवासी सिक्योरिटी गार्ड सुनील कुमार व महिला कर्मचारी सपना कुमारी के साथ रोजाना के कामकाज में लग गए। करीब 10:45 बजे चेहरे पर मास्क लगाकर एक बैंक में दाखिल हुआ और चाकू से गार्ड के चेहरे और गर्दन पर वार कर दिया। गार्ड से युवक को भिड़ता देख शाखा प्रबंधक वीरेंद्र और कैशियर प्राणनाथ शुक्ला ने युवक को पकड़ने का प्रयास किया।
इस दौरान उनपर भी हमलावर ने हमला कर जख्मी कर दिया। हालांकि घायल होने के बाद भी तीनों ने हिम्मत नहीं हारी। करीब आधे घंटे तक चली भिड़ंत के बाद एक साथ हमलावर पर टूट पड़े और रस्सी से बांधने के बाद पुलिस को सूचना दी। सूचना पर फोर्स और फॉरेंसिक टीम संग मौके पर पहुंचे डीसीपी साउथ आशीष श्रीवास्तव, एसीपी घाटमपुर रंजित कुमार ने आरोपी को पकड़ लिया। घायल बैंक कर्मियों को सीएचसी पहुंचाया जहां डाक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल गार्ड व लुटेरे को हैलट रेफर कर दिया।
वहीं, बैंक मैनेजर और कैशियर को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लुटेरे की पहचान पतारा के संचितपुर निवासी किसान अवधेश मिश्रा के बेटे लवीश मिश्रा के रूप में हुई है। वह वर्तमान में तिवारी होटल के पास धर्मपुर बंबा में रहता है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि लूट की प्लानिंग उसने अकेले की या किसी ने साथ दिया।
कानपुर के घाटमपुर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में लूट की कोशिश करने वाले बीएससी के छात्र लवीश मिश्रा का फोन पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शुरुआती जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि आरोपी ने सोशल मीडिया से मिले ज्ञान के जरिये बैंक लूट का प्लान तैयार किया। लूट, हथियार बनाने, चलाने और वार करने के लिए शरीर के हिस्सों की जानकारी जुटाई।
घटनास्थलों के आसपास मोबाइल की गतिविधि से पुलिस आरोपियों को चिह्नित कर लेती है, इसलिए लूट की वारदात के लिए जाते समय मोबाइल घर में ही रख दिया। गांव के लोगों का कहना था कि लवीश सिरफिरा है। वह ज्यादा समय मोबाइल में रील्स देखकर बिताता था। साथ ही वह किसी से ज्यादा घुलमिल कर नहीं रहता था। ऐसे में पुलिस अब उसके मोबाइल की सोशल अकांउट के साथ ही गूगल, यूट्यूब, फेसबुक समेत अन्य अकाउंट को चेक कर रही है।
डीसीपी साउथ का कहना है कि जिस प्रकार से बैंक में दाखिल होते ही हमलावर ने गार्ड पर जानलेवा हमला किया, इससे साफ है कि वह प्लान करके आया था। फिलहाल उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है और न ही गांव अथवा क्षेत्र में उसका किसी से कोई विवाद हुआ है। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि उसको ये आईडिया सोशल मीडिया पर चल रहे रील्स के जरिए मिली होगी। लिहाजा पुलिस अब उसके होश आने का इंतजार कर रही है। होश में आने पर पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की। आरोपी पुलिस को बताया कि वो एक ही झटके में लखपति बनना चाहता था। आरोपी ने यूट्यूब पर डकैती का वीडियो देखा था। उसके बाद बैंक में लूट का प्लान बनाया। पुलिस आरोपी से अभी पूछताछ कर रही है।
जानकारी के अनुसार लवीश के परिवार में कुल चार सदस्य है, लेकिन किसी भी सदस्य का कोई खाता बैंक में नहीं है। आरोपी युवक के परिवार में माता-पिता के अलावा एक बड़ा भाई अभय है जो दिल्ली में एक फैक्टरी में काम करता है। पिता खेती के साथ कपड़े की फेरी लगाते हैं। पिता ने बताया कि लवीश पतारा स्थित हरदेवी महाविद्यालय से बीएससी फाइल ईयर का छात्र है। शनिवार सुबह करीब 9-10 बजे के बीच घर से साइकिल लेकर नागेलिनपुर मंदिर जाने की बात कहकर निकला था। वह बैंक कैसे पहुंचा, इस बात से परिजनों ने अनभिज्ञता जताई। पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए उसके एक साथी को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
हमलावर अकेले ही साइकिल से बैंक लुटने पहुंचा था। वारदात से पहले उसने बैंक के बगल में ही अपनी साइकिल खड़ी की थी। इसके बाद पिठ्ठू बैग से तमंचा निकालकर कमर में लगाया और चाकू हाथ में लेकर बैंक में दाखिल हुआ था। भीतर घुसते ही उसने गार्ड पर हमला कर दिया था। गार्ड की नजर उसके तमंचे पर पड़ जाने से वह अपने मंसूबों पर सफल नहीं हो पाया।
लूट की कोशिश की पूरी घटना बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। फुटेज में दिख रहा था कि लुटेरे के हमले से घायल होने के बाद भी सिक्योरिटी गार्ड ने अपनी बंदूक नहीं छोड़ी। कैशियर ने गार्ड से बंदूक ली और फिर बट से लुटेरे पर कई वार किए। इसके बाद बैंक के अन्य कर्मी भी लुटेरे पर टूट पड़े और उसे जमकर पीटा, जिसके बाद वह बेहोश हो गया। पुलिस ने फुटेज अपने कब्जे में ले ली है।
लुटरे के हमले से घायल शाखा प्रबंधक और अन्य कर्मचारियों को देख महिला कर्मचारी सपना कुमारी ने बैंक में लगे अलार्ट का बटन दबा दिया। बैंक के भीतर अलार्म की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी बैंक के भीतर एकत्रित हो गए। बैंक कर्मचारियों ने लोगों की मदद से हमलावर से चाकू व तमंचा छीनकर उसे रस्सी से बांध दिया।
सिक्योरिटी गार्ड पर जानलेवा हमला होता देख हम लोग दहशत में आ गए थे, लेकिन हौसला नहीं छोड़ा। हमें लगा हम लोग जरा भी कमजोर पड़े तो ये बैंक लूटकर भाग जाएगा। ऐसे में घायल अवस्था में उससे भिड़े रहे।
जब जब वह चाकू से वार करता। हम लोग बचकर उसे पकड़ने की कोशिश करते। अगर बदमाशों की संख्या ज्यादा होती तो हम भी उन्हें रोक नहीं पाते, लेकिन एक बदमाश होने के कारण हम सब ने मिलकर उसे पकड़ लिया।-वीरेंद्र प्रताप सिंह, बैंक प्रबंधक
शाखा प्रबंधक की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आरोपी युवक की पहचान बीएसी तृतीय वर्ष के छात्र के रूप में हुई है। उसने ये वारदात क्यों की, इसका पता लगाया जा रहा है।-आशीष श्रीवास्तव, डीसीपी साउथ