प्रयागराज. संगम नगरी प्रयागराज में सामूहिक हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रयागराज के गंगापार इलाके में 24 अप्रैल 2017 को सामूहिक हत्या की पहली वारदात हुई थी. इसके बाद से अब तक 8 परिवारों में खूनी खेल खेला गया है. और अब तक 34 लोगों का कत्ल हुआ है. अब से ठीक 5 साल पहले नवाबगंज के जूड़ापुर गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई थी. परिवार की सभी लोगों की हत्या के बाद से शुरू हुआ यह सिलसिला अब तक चल रहा है और 8 परिवार इसके शिकार बने हैं. ताजा मामला थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव में हुई 5 हत्याओं को अगर जोड़ने तो अब तक 34 लोगों की हत्या हो चुकी है. इन वारदातों में नवाबगंज के खागलपुर में 16 अप्रैल को हुई 5 मौतों को छोड़कर बाकी सभी वारदातों का तरीका एक है.
अब तक की प्रमुख घटना:
1- पहली घटना 24 अप्रैल 2017 को नवाबगंज के जूड़ापुर गांव में हुई. नवाबगंज के जूड़ापुर गांव में व्यापारी उसकी पत्नी दो बेटियों की नृशंस हत्या कर दी गई. बेटियों से रेप की बात भी सामने आई. पुलिस ने पहले नामजद को मामले में जेल भेजा था.
2- दूसरी घटना 19 मार्च 2018 में नवाबगंज थाना क्षेत्र में हुई. नवाबगंज के शहावपुर उर्फ पसियापुर गांव में सुशीला देवी दो बेटे सुनील और अनिल की नृशंस हत्या कर दी गई.
3- तीसरी घटना 7 सितंबर 2018 के बिगहियां गांव में हुई थी. सोरांव के बिगहियां गांव में कमलेश देवी, बेटी, दामाद प्रताप नारायण सहित उसके नाती विराट की हत्या की गई। इस हमले में केवल एक मासूम बच्ची जिंदा बची.
4- चौथी घटना 5 जनवरी 2020 को सोरांव के यूसुफपुर गांव में 5 लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई. सोरांव थाना क्षेत्र के यूसुफपुर गांव में विजय शंकर तिवारी, बेटे सोनू,बहू सोनी और पोते कान्हा और कुंज की हत्या की गई. परिजनों ने प्रधान समेत अन्य को नामजद किया था. पुलिस ने बिहार के छह लोगों को मामले में आरोपी बनाया.
5- पांचवीं घटना गंगा पार इलाके के होलागढ़ शुकुलपुर मजरा में 2 जुलाई 2020 को हुई. इसमें भी 4 लोगों की हत्या की गई. होलागढ़ के शुकुलपुर मजरा निवासी विमलेश पांडेय, बेटे प्रिंस, बेटी श्रेया और शीबू की गला रेत कर हत्या कर दी गई. बदमाशों ने विमलेश की पत्नी उषा पर हमला किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने छेमार गैंग के बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करने का दावा किया था.
6- छठवीं घटना 25 अक्टूबर 2021 को गोहरी में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी. गोहरी में दलित परिवार के 4 लोगों की हत्या की गई थी. बेटी के साथ गैंगरेप भी हुआ था. परिवार ने गांव के कुछ लोगों को नामजद किया था पुलिस ने हालांकि उन्हें क्लीन चिट दे दी. इस मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी पीड़ितों के आंसू पोंछने गोहरी पहुंची थी.
7- यह सिलसिला आगे बढ़ता रहा और 2022 में 16 अप्रैल को नवाबगंज के खागलपुर में एक परिवार के 5 लोगों की सामूहिक हत्या की खबर मिली. इसमें 4 लोगों की धारदार हथियार से हत्या की गई थी. जबकि एक व्यक्ति फांसी पर लटका मिला था. 16 अप्रैल की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि नवाबगंज के खागलपुर में एक परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई है. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो यहां पर पशु व्यापारी राहुल तिवारी फांसी के फंदे पर लटका मिला. उसकी पत्नी प्रीति और तीन बेटियों के शव खून से लथपथ बिस्तर पर पड़े थे. पुलिस ने दावा किया था कि राहुल ने कत्लेआम करके फांसी लगा ली.
8- सामूहिक की हत्या की आठवीं वारदात 23 अप्रैल को थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव में हुई. जहां पर पशु व्यापारी राजकुमार यादव पत्नी कुसुम, बेटी, बहू और एक मासूम बच्ची की हत्या कर दी गई. हत्यारोपियों ने घर में आग भी लगा दी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि बहू गर्भवती थी सभी की हत्या सिर पर धारदार हथियार व ईंटपत्थर से प्रहार कर की गई थी.
अभियुक्तों की तलाश जारी- SSP
गंगापार इलाके में हुए कत्लेआम के ज्यादातर मामलों में पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है. मामले में एसएसपी अजय कुमार का दावा है कि अभियुक्तों की तलाश की दिशा में पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं. जिसके आधार पर 12 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. एसएसपी ने पूरे मामले का जल्द पर्दाफाश करने का भी दावा किया है.