मेरठ| प्रदेश की 169 सहकारी गन्ना विकास समितियों और 28 चीनी मिल समितियों के चुनाव फिर से स्थगित हो गए। उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी समिति निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को चुनाव स्थगित करने का आदेश जारी कर दिया।
सहकारी गन्ना समिति के चुनाव की प्रक्रिया 14 जुलाई से प्रारंभ हुई थी। ठीक एक दिन पहले चुनाव टाल दिए गए थे। अब गन्ना और चीनी मिल समितियों के चुनाव लगातार तीसरी बार टाले गए हैं। आयोग ने इसकी वजह पश्चिमी यूपी में कावड़ यात्रा और लगातार हो रही बारिश को बताया है। आयोग का कहना है कि कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है।
आयोग द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट के अनुसार, सावन मास में पश्चिमी यूपी के अधिकतर मार्ग बंद रहते हैं या फिर मार्गों पर रूट डायवर्जन लागू किया जाता है। बताया गया कि इस समय पश्चिमी यूपी के कई जिलों में बाढ़ आईं हैं। साथ ही मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी कर रखा है। इसी वजह से चुनाव को टालने का फैसला लिया गया है।
अब यह चुनाव 16 अगस्त से 24 अगस्त तक होंगे। निर्वाचन आयुक्त राजमणि पांडेय की ओर से इस संबंध में पत्र जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ लि. लखनऊ की प्रबंध कमेटी के निर्वाचन के लिए दिनांक 16.08.2023 से 24.08.2023 तक का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है।
जिला मजिस्ट्रेट हापुड़, बागपत, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर, मेरठ, मुरादाबाद, सीतापुर मथुरा की ओर से पत्र जारी कर 14 जुलाई से होने वाले चुनाव कार्यक्रम को लेकर बताया गया था लेकिन, फिर से ऐन वक्त पर चुनाव कार्यक्रम को बदल दिया गया है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त के आदेश के बाद एक बार फिर गन्ना समितियों के चुनाव कार्यक्रम में परिवर्तन किया गया है। वहीं, इस फैसले से चुनाव लड़ने वाले राजनीतिक धुरंधर मायूस हो गए हैं।
गन्ना समितियों के चुनाव का कार्यक्रम लगातार बदल रहा है। मार्च में चुनाव की तिथियां घोषित की गई थीं। मगर, नगर निकाय चुनाव के कारण गन्ना समिति के चुनाव की तिथियों में बदलाव किया गया था। इसमें 20 जून से मतदाता सूची का अनंतिम प्रकाशन से प्रक्रिया निर्धारित की गई थी। अब फिर से बृहस्पतिवार को आयोग ने प्रक्रिया को स्थगित करते हुए बदलाव किया है।