मुजफ्फरनगर. काली गर्म और कैमिकल्स युक्त राख के चर्चित माफिया पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार की शाम नंगला बुज़ुर्ग निवासी युवक की मौत के बाद पुलिस ने कार्रवाई को सख्त किया है। वहीं युवक की मौत से परिजनों में मातम छाया हुआ है। मृतक के परिजनों ने मुआवजे की मांग प्रशसन से की है।
भोपा थाना क्षेत्र के गांव नंगला बुज़ुर्ग निवासी 22 वर्षीय मौ.नबी पुत्र परवेश बीते 9 जुलाई को उस समय काली राख में धंसकर झुलस गया था। जब वह गंगनहर पटरी पर बकरी के लिए पत्ते लेने गया था। आनन-फानन में मौ.नबी को अस्पताल ले जाया गया था। मौ. नबी का मेरठ अस्पताल में उपचार चल रहा था कि गुरुवार की शाम मौ. नबी ने दम तोड़ दिया। युवक की मौत से परिवार में मातम छा गया है। मौ.नबी के पिता का देहान्त हो चुका है।
युवक की मौत के बाद शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी ठेकेदार इरफान उर्फ भूरा को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया है। थाना प्रभारी निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि अभियुक्त इरफान उर्फ भूरा व उसके पुत्र गुलमों व आसिफ के खिलाफ बीते 10 जुलाई को नोशाद पुत्र परवश अथवा मृतक के भाई की तहरीर पर संज्ञान लेकर मुकदमा दर्ज किया
प्रदूषण विभाग की टीम ने नंगला बुज़ुर्ग क्षेत्र में डाली गई केमिकल युक्त राख के सैम्पल लिए हैं। गंग नहर पटरी सहित अन्य स्थानों पर डाली गई काली राख को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण प्रदूषण विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाते रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार अनेक स्थानों पर डाली गई काली राख आँखों मे गिरती रहती है तथा काली राख से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है।
बीते मंगलवार को इसी खतरनाक काली राख में धंसकर थाना सिखेड़ा क्षेत्र के भिक्की गांव निवासी सैफ व उसका चाचा मोमीन गम्भीर रूप से झुलस गए। मोमीन व सैफ उपचार देवबन्द के अस्पताल में चल रहा है जहां दोनों की हालत चिंताजनक बताई गई है।