मुज़फ्फरनगर। खतौली तहसील में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं ने हंगामा कर दिया और वे तहसीलदार कार्यालय के समक्ष धरना देकर बैठ गए। बाद में तहसीलदार ने अधिवक्ताओं को समझा बुझाकर शांत किया। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सोमवार से अधिवक्ता हड़ताल पर बैठ जाएंगे।

सोमवार को अधिवक्ता एकत्र होकर तहसीलदार कार्यालय पहुंचे और हंगामा करते धरना देकर बैठ गए। अधिवक्ताओं का कहना था कि आरके दफ्तर में कोई कार्य नहीं हो रहा है। वहां पर धारा 34 की फाइलें तक गुम हैं, जिनका कुछ पता नहीं चल रहा है। धारा 34 की फाइलों में लेखपाल को रिपोर्ट लगाने का 35 दिन का समय है। लेखपाल फाइलों को दबा कर बैठ जाते हैं तथा कई कई महीने तक रिपोर्ट नहीं भेजते हैं।

बाद में तहसीलदार श्रद्धा गुप्ता अधिवक्ताओं को समझा बुझाकर वार्ता के लिए सभागार कक्ष में ले गईं। अधिवक्ताओं ने एक सप्ताह में समस्याओं का समाधान न होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है। इस दौरान तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सरदार जितेंद्र सिंह, सचिव सचिन आर्य, नवाब सिंह, दिमाग सिंह, राजवीर सिंह, जितेंद्र त्यागी, सुभाषचंद, सुलेमान खान, पवन कुमार, जसवीर सिंह, सतप्रकाश शामिल रहे।

तहसीलदार श्रद्धा गुप्ता ने बताया कि तहसील में अंश निर्धारण की फीडिंग का कार्य चल रहा है। जिस कारण आरके दफ्तर में समस्या हो गई थी। तहसील की व्यवस्था को शीघ्र ही दुरुस्त कर लिया जाएगा। धारा 34 की पेंडिंग फाइलों को भी दिखवाया जाएगा।