कीव. रूसी हमले के बाद से यूक्रेन के हालात बदतर होते जा रहे हैं। इनकी जंग 44वें दिन में पहुंच गई है और नतीजा सिफर है। इस बीच यू्क्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि बोरोड्यांका शहर के हालात बहुत खराब हैं। यहां बूचा से बुरी स्थिति है। वहीं युद्ध अपराधों के आरोपी रूस को संयुक्त राष्ट्र ने मानवाधिकार परिषद ने बाहर कर दिया है। इस दौरान हुई वोटिंग में 93 देशों ने रूस के विरोध में मतदान किया, तो भारत समेत 58 देश मतदान से दूर रहे।
रूसी मीडिया ने जारी किया बूचा नरसंहार का वीडियो
रूसी मीडिया मेडुजा की ओर से बूचा नरसंहार का वीडियो जारी किया गया है। इसमें मरे हुए लोगों को दिखाया गया है। यह वीडियो 23 से 30 मार्च के बीच का है, जिसे ड्रोन के द्वारा बनाया गया। इसमें शव और रूसी सैन्य उपकरण देखे जा सकते हैं।
रूसी सेना के कब्जे से मुक्त हुआ सूमी
यूक्रेन का सूमी पूरी तरह से रूसी कब्जे से मुक्त हो गया। सूमी ओब्लास्ट के गवर्नर ने फेसबुक पर बताया कि, यह क्षेत्र रूसी सेना से मुक्त हो गया है और यूक्रेन की सेना यहां दोबारा अपना कब्जा जमा चुकी है। हालांकि, कहीं-कहीं धमाकों की आवाज अभी भी आ रही है।
रूस ने मानी सैन्य नुकसान की बात
यूक्रेन से छिड़ी जंग के बीच पहली बार रूस ने माना है कि, उसे काफी सैन्य नुकसान हुआ है। रूस ने इस जंग को सबसे निराशाजनक माना है। क्रेमलिन प्रवक्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, हमें सैनिकों का बहुत नुकसान हुआ है। यह हमारे लिए बड़ी त्रासदी है। दरअसल, यूक्रेन में रूस को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उम्मीद से परे यूक्रेनी सेना से उसे कड़ा प्रतिरोध मिल रहा है।
इरपिन शहर में तीन दिन का कर्फ्यू
यूक्रेन के इरपिन शहर में तीन दिन का कर्फ्यू लगाया गया है। इरपिन के मेयर की घोषणा के मुताबिक, आज रात नौ बजे से 11 अप्रैल सुबह नौ बजे तक कर्फ्यू रहेगा। इस दौरान शहर में किसी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का आज 44वां दिन है। इस बीच रूस के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि, बोरोड्यांका शहर के हालात बहुत खराब हैं। यहां बूचा से बुरी स्थिति है। रूसी सेना का मुकाबला करने के लिए उन्होंने नाटो देशों से तत्काल हथियारों की मांग की है।