नई दिल्ली. दिल्ली की आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, फिर शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मिली शिकायत पर एक्शन लेते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मामले की जांच को मुख्य सचिव को भेज दिया है. उपराज्यपाल को भेजी गई शिकायत में किसी आदमी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सीएम ने अपनी पत्नी के माध्यम से बाजार भाव पर जमीन बेची और कागजों पर भाव कम दिखाया.
उपराज्यपाल कार्यालय सूत्रों के हवाले से लोकायुक्त को मिली शिकायत में कहा गया है कि अरविंद केजरीवाल ने 3 प्लॉट 4.54 करोड़ रुपये में बेचे और कागजों पर 72.72 लाख रुपये कीमत दिखाई. आरोप है कि पत्नी के माध्यम से बाजार भाव पर भूखंड बेचे लेकिन कागजों पर लेनदेन कम दिखाया गया. यह शिकायत लोकायुक्त से होते हुए उपराज्यपाल के पास भेजी गई है और जांच की मांग की गई है. शिकायत में कहा गया है कि 25.93 लाख रुपए की स्टांप ड्यूटी का हेर-फेर किया गया है. आगे की कार्रवाई के लिए उपराज्यपाल ने यह शिकायत मुख्य सचिव को भेज दी है. यह मामला हरियाणा के भिवानी जिले की पैतृक संपत्ति से जुड़ा मामला है.
आम आदमी पार्टी ने कहा है कि हम एलजी साहब की मोहब्बत के कायल हैं. उनके ऊपर सबूत के साथ PC की तो मानहानि के नोटिस भेजते हैं. अंजान आदमी सीएम के खिलाफ शिकायत करता है तो वो जांच करने को कहते हैं और चीफ सेक्रेटरी को इंक्वायरी के लिए देकर अखबार में खबर दे देते हैं, देखो मैंने इसकी इंक्वायरी के ऑर्डर दे दिए हैं. एलजी को समझना चाहिए कि वो एक पब्लिक ऑफिस में बैठे हैं और संवैधानिक पोस्ट पर बैठे हैं.
आप के खिलाफ सबूतों के साथ देश के प्रसिद्ध सांसद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और आप अपनी जांच के विषय में कोई बात नहीं करना चाहते. एक तरफ ऐसी पार्टी है जो कोई ऊलजलूल आदमी चिट्ठी लिख दे तो आम आदमी पार्टी सीना चौड़ा करके कहती है कि सीबीआई से जांच करा लो. ईडी से जांच करा लो. चीफ सेक्रेटरी से जांच करा लो हमें कोई दिक्कत नहीं है.