मुजफ्फरनगर। शहर के रामपुरी गेट निवासी समाजसेवी सेवाराम धीमान की मौत के 24 घंटे के अंदर पत्नी शिमला ने भी दम तोड़ दिया। पति का अंतिम संस्कार दोपहर और पत्नी का शाम के समय हुआ।
सात जन्मों के बंधन की बात कही जाती है। एक जन्म का बंधन तो यहां सोवाराम धीमान और उनकी पत्नी शिमला ने एक साथ ही पूरा कर दिया। समाजसेवी सेवा राम धीमान 64 वर्ष की मृत्यु बृहस्पतिवार को देर शाम हो गई थी। रिश्तेदारों को रात में सूचना दी गई और शुक्रवार को दोपहर में जनकपुरी के मोक्षधाम पर सेवाराम धीमान की वेद मंत्रों के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के बाद परिजन, शुभचिंतक घर लौट आये। दूर-दराज से आये रिश्तेदार वापस निकलने लगे, इसी दौरान सेवाराम की पत्नी शिमला धीमान ने भी दम तोड़ दिया। सहारनपुर, नुकड़, हरिद्वार, मंगलौर, अंबाला आदि से जो रिश्तेदार पहुंचे थे और निकल लिए थे उन्हें फिर से सूचना दी गई और सभी वापिस लौटे।
शाम के समय शिमला धीमान का अंतिम संस्कार किया गया। परिवार में दो पुत्र मनुदत्त एवं अर्जुन हैं, विवाहित पुत्री दीपा और अनुराधा है। अभी अर्जुन की शादी नहीं हुई है। पुत्र मनुदत्त ने बताया कि उनके पिता बीते एक साल से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके देहावसान से माता बेहद दुखी हुई। पिता का अंतिम संस्कार कर लौटे ही थे, थोड़ी देर बाद उन्होंने भी शरीर त्याग दिया। आचार्य गुरुदत्त, मास्टर निर्मल सिंह धीमान, सरदार बलविंद्र सिंह ने बताया कि सेवाराम निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करते थे।