मुजफ्फरनगर। यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट में जिले के 23,030 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा पास की है। अब डिग्री कॉलेजों में प्रवेश के लिए मारामारी मचेगी। कारण है कि शहर के चार डिग्री कॉलेजों विश्वविद्यालय की ओर से 2,820 सीटें ही स्वीकृत हैं। अन्य सीटें वित्त पोषित और प्राइवेट कॉलेजों में है, जहां अधिक पैसा खर्च करना पड़ेगा।

यूपी बोर्ड में जिले में इंटर की परीक्षा के लिए 27,333 ने पंजीकरण कराया था। इन विद्यार्थियों में से 26,090 ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 23,030 उत्तीर्ण हुए। सफलता का प्रतिशत 88.27 प्रतिशत रहा। छात्राओं का प्रतिशत 94.70 और छात्रों का 83.06 प्रतिशत रहा। इन उत्तीर्ण छात्रों के मुकाबले विश्वविद्यालय ने बहुत कम सीटें मुजफ्फरनगर के महाविद्यालयों में आरक्षित की है।

शहर के जैन कन्या महाविद्यालय में बीए में 520 सीटे हैं। ये सभी छात्राओं के लिए आरक्षित हैं। छोटूराम कॉलेज में बीएससीएजी, बायो, मैथ्स में 480 सीट हैं। डीएवी कॉलेज में बीए में 320, बीएससी में 320, बीएससी बायो में 240 सीट हैं। एसडी कॉलेज में बीए में 480 सीटे हैं। बीकॉम में 300, बीएससी में 200 सीट हैं। इन चारों कॉलेजों में अन्य कोर्स वित्त पोषित हैं, जिनमें एडमिशन में अतिरिक्त पैसा देना पड़ता है। इसके अलावा प्राइवेट कॉलेजों में एडमिशन लेना मजबूरी है।

सीबीएसई में भी बड़ी संख्या में छात्र पढ़ते हैं। सीबीएसई का रिजल्ट आना बाकी है। इंटर में पास होने वालों की करीब दस हजार भी सकती है। ऐसे में डिग्री कॉलेज में प्रवेश को लेकर मारामारी मचना तय है।