मुज़फ्फरनगर| तीन साल की प्रतीक्षा के बाद इस बाद भी युवाओं को सेना की अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर भर्ती के लिए गृह क्षेत्र नहीं मिल रहा है। इस वर्ष यह भर्ती रैली बड़ौत की बजाएं मेरठ में होगी। अब युवाओं को अपने गृह जनपद को छोड़कर दूसरे जनपद जाना पड़ेगा। ।
यहां पर वर्ष 2016 और वर्ष 2019 में भर्ती प्रक्रिया हो चुकी है। तीन साल से यहां कोई भर्ती प्रक्रिया नहीं हुई। युवा लगातार यहां पर भर्ती रैली की मांग कर रहे थे। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बड़ौत के जनता वैदिक डिग्री कॉलेज के मैदान पर भर्ती कराने के निर्देश दिए थे। इसके लिए डीएम, एडीएम, एसपी, एसडीएम सहित कॉलेज प्रशासन को पत्राचार कर निर्देशित किया गया। लेकिन अब निर्धारित तिथि से मात्र आठ दिन पहले फिर से भर्ती का शेड्यूल बदल दिया गया है। अब यह भर्ती बड़ौत के बजाए मेरठ में होगी।
जनता वैदिक डिग्री कॉलेज के मैदान पर आगामी 20 जुलाई को होने वाली भर्ती को मेरठ में किए जाने के पीछे बड़ौत में अभ्यार्थियों के आने के बाद संसाधनों की कमी, मैदान की खराब स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम नहीं होना बताया जा रहा है।
जनता वैदिक डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण सोलंकी ने बताया कि भर्ती रैली के लिए कॉलेज में सेना की तरफ से पत्र भिजवया गया था। इसके अलावा खुद अधिकारियों ने भी भर्ती की तैयारियों को लेकर कई बार मैदान का निरीक्षण किया था और स्थानीय प्रशासनिक अफसरों से कई बार वार्ता भी की थी।
जनता वैदिक डिग्री कॉलेज के मैदान पर होने वाली भर्ती में बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, मेरठ सहित अन्य जनपदों से तकरीबन 18000 से अधिक युवाओं को शामिल होना था, लेकिन अब सभी मेरठ में होने वाली भर्ती में दमखम दिखाएगें।
पिछले वर्ष सितंबर माह में मुजफ्फरनगर में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती संपन्न कराई गई थी। जिसमें बागपत के युवाओं ने भी प्रतिभाग किया था।
पहले बड़ौत में सेना भर्ती होना तय था, लेकिन अब यह भर्ती बड़ौत के बजाए मेरठ होगी। जनपद में भर्ती के लिए आने वाले युवाओं के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं है, इस समय कांवड़ यात्रा चल रही है, ऐसे में भर्ती के दौरान सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाओं का इंतजाम न होता देख सेना ने मेरठ में भर्ती कराने का निर्णय लिया है।