मुजफ्फरनगर। जिले में हवा की सेहत लगातार बिगडती जा रही है। दीपावली के त्यौहार से ठीक पहले ऐसे हालात देख प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अब सख्त कार्यवाही करने जा रहा है। कईं फैक्ट्रियों को नोटिस जारी किए गए हैं ओर ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों को बंद कराने की भी तैयारी है।
जिले में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है। एक नवंबर को जरूर एक्यूआई 160 पर था, लेकिन रविवार को यह बढ़कर खतरनाक स्तर 279 पर पहुंच गया। सुबह के समय स्मॉग छाया रहा। करीब 10 बजे तक स्मॉग का असर रहा, इसके बाद धूप खिली तो स्मॉग से राहत मिली।
सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार का कहना है कि मॉस्क और चश्में का प्रयोग करें। सांस के रोगियों को सुबह-शाम के समय घर से बाहर निकलने से बचाव करना चाहिए। हवा की गुणवत्ता का स्तर रोजाना खराब होने से सांस के रोगियों की मुश्किल बढ़ रही है। टीबी, दमा और अन्य सांस की बीमारियों के मरीजों को सुबह और शाम के समय अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
निर्माण कार्यों में मानकों का पालन नहीं किया जाना भी मुसीबत बन रहा है। नियमित रूप से साइट और मुख्य मार्गों पर पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। पीनना गांव में हाईवे के निर्माण के दौरान ग्रामीण बेहद मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। यहां दिनभर धूल उड़कर घरों में पहुंच रही है। ग्रामीणों का कहना है कि नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराकर निर्माण किया जाना चाहिए।
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह का कहना है कि जिले में प्रदूषण की वजह बन रही इकाईयों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्हें विभाग की तरफ से नोटिस भेजे जा रहे हैं। ऐसी इकाइयों का विभाग की टीम मौके पर जाकर जांच कर रही है। अगर मानक पूरे नहीं किए तो इकाईयों में उत्पादन बंद कराया जाएगा।