मुजफ्फरनगर। जिले की हवा में प्रदूषण का जहर घुलता जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग हालात को काबू करने का प्रयास कर रहा है, लेकिन अभी इसका कोई विशेष असर देखने के लिए नहीं मिल रहा है।

जिले में प्रदूषित हवा ने लोगों का सांस लेना मुश्किल कर दिया है। एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब स्तर पर रहा। सोमवार को एक्यूआई औसत 340 के बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम ने विभिन्न मार्गों पर छिड़काव कराया।

सोमवार सुबह 10 बजे तक स्मॉग छाया रहा। जिससे वाहनों की रफ्तार पर असर पड़ा, इसके अलावा लोगों को सांस लेने में भी मुश्किलें हुईं। जिले में प्रदूषण की बड़ी वजह बढ़ती वाहनों की संख्या और मानकों को ताक पर रखकर किए जा रहे निर्माण कार्य हैं। टीबी, दमा और अन्य सांस की बीमारियों के मरीजों को सुबह और शाम के समय अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि पानीपत-खटीमा हाईवे के माध्यम से जिले में लगाए गए पॉलिथीन लदे ट्रक को तितावी में रोका गया है। विभाग को जानकारी मिली थी कि इन पॉलिथीन को कोल्हू में ईंधन के रूप में जलाया जाएगा। इसके बाद टीम तितावी पहुंची और पुलिस की मदद से ट्रक रुकवा लिया।

पॉलिथीन होने की पुष्टि हुई है, विधिक कार्रवाई की जा रही है। उनका कहना है कि जिलेभर में टीमें बनाकर चेकिंग कराई जा रही है। जिन कोल्हू या फैक्ट्ररी पर भी पॉलिथीन की सप्लाई होगी, वहां पर भी उत्पादन बंद करा दिया जाएगा।