सुल्तानपुर : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में ज्वैलरी शॉप में हुई करोड़ों की डकैती के आरोपियों के एनकाउंटर को लेकर प्रदेश में सियासत तेज है. इसी बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर एनकाउंटर में मारे गए मंगेश यादव के परिजनों से मुलाकात की है. इस दौरान सपा मुखिया ने मंगेश यादव के माता-पिता और उसकी बहन के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीर भी शेयर की है.
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस मुलाकात की तस्वीर को एक्स पर शेयर कर लिखा-“तथाकथित एनकाउंटर में जिस युवा मंगेश यादव का जीवन चला गया, उसके शोक-संतप्त परिवार का कहना है कि पुलिस मंगेश को 2 सितंबर को ले गयी थी और 5 सितंबर को उसका एनकाउंटर दिखाया गया. इस प्रकरण की गहन जाँच और सख़्त कार्रवाई ही क़ानून-व्यवस्था में जनता के खोये हुए विश्वास को वापस ला सकती है. भाजपा ने शासन-प्रशासन का नैतिक आधार खो दिया है.”
तथाकथित एनकाउंटर में जिस युवा मंगेश यादव का जीवन चला गया, उसके शोक-संतप्त परिवार का कहना है कि पुलिस मंगेश को 2 सितंबर को ले गयी थी और 5 सितंबर को उसका एनकाउंटर दिखाया गया।
बता दें कि सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर यूपी की सियासत तेज है. हाल ही में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा था कि बीजेपी एनकाउंटर की झूठी कहानी बनाती है और फिर वह दुनिया को झूठी तस्वीर दिखाती है. तथाकथित बड़े भाजपाई नेताओं से ऐसे गैरकानूनी एनकाउंटर को सही साबित करने के लिए तर्कहीन बयानबाजी भी कराती है.
वहीं जिला प्रशासन ने सुल्तानपुर एनकाउंटर को लेकर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. मजिस्ट्रियल जांच के आदेश की पुष्टि करते हुए सुल्तानपुर एडीएम प्रशासन गौरव शुक्ला ने बताया कि 5 सितंबर को थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के अंतर्गत अपराधी मंगेश और कुंभे की एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मौत के मामले में उपजिलाधिकारी लंभुआ को मजिस्ट्रियल जांच के लिए नामित किया है. उनको अपनी रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर देने के निर्देश दिए गए हैं.