मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर में आल इंडिया मुत्ताहिदा महाज ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर मदरसों का सर्वे निष्पक्षता से कराने की मांग की। महाज नेताओं ने कहा कि इतिहास गवाह है कि देश की आजादी के आंदोलन में मदरसों ने अहम भूमिका निभाई थी। देश का गृहमंत्री रहते लालकृष्ण आडवाणी ने भी इस सच्चाई को स्वीकार किया था।

मुत्ताहिदा महाज अध्यक्ष शाहनवाज आफताब अन्य सदस्यों के साथ शनिवार को डीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में देश के मुसलमानों के हालात दलितों से भी खराब बताए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुकसलमानों की सामाजिक, आर्थिक तथा शैक्षिक स्थिति सुधारने के लिए जरूरी है कि सच्चन कमेटी के सुझाए उपायों को लागू किया जाए। कहा कि कुछ प्रदेश की सरकारे गलत मानसिकता के चलते मदरसों का सर्वे कराकर मुस्लिम समाज को बदनाम करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि समझना होगा कि मदरसे हमेशा देश की मुख्यधारा से जुड़े रहे हैं। मदरसाे में पढ़ने और पढ़ाने वालों ने देश के लिए कुर्बानियां पेश की हैं। महबूब आलम एड., फैजयाब खान, हाजी मुनव्वर हसन,इनाम इलाही, सैयद अल हसन, शहजाद, मुकीम, नदीम अंसारी, नवाज हुसैन आदि अधिवक्ता तथा नदीम सभासद आदि शामिल रहे।