बागपत| उत्तर प्रदेश के बागपत में मेरठ रोड स्थित कैनरा बैंक के कार्यालय में मंगलवार को पहुंचे किसानों ने उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और बैंक कर्मियों को बंधक बना लिया। जिसके बाद किसानों ने बागपत मेरठ नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने किसानों को समझाकर जाम खुलवाया तो किसान बैंक के गेट पर अनिश्चिकालीन धरना देकर बैठ गए।
शहर में ट्रेक्टर एजेंसी संचालक जितेंद्र ने बताया कि उसने सिंडिकेट बैंक की शाखा से एजेंसी के लिए लोन लिया था। जिसके बाद सिंडिकेट बैंक कैनरा में मर्ज हो गया। लोन चुकाने के लिए बैंक प्रबंधक समेत अन्य अधिकारियों के साथ उनका 67.50 लाख रुपये जमा करने का समझौता हुआ। जिसे जमा कराने के लिए 90 दिन का समय निर्धारित किया गया। आरोप लगाया कि उसने 45.50लाख रुपये जमा कर दिए, जिसे बैंक प्रबंधक ने लिखकर जमा कराया।
इसके बाद 12 अप्रैल को बाकी रकम जमा करने गया तो उस पर 83 लाख रुपये जमा करने का दबाव बनाया गया। इसके बाद उसका मकान नीलाम करने की प्रक्रिया भी जल्दी पूरी कर दी और उसके ढाई करोड़ रुपये के मकान की नीलामी सिर्फ 91 लाख रुपये में छोड़ दी।
उन्होंने बैंक अधिकारियों पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया औऱ समस्या का समाधान होने तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी। उधर पुलिस किसानों को समझाती रही। किसानों का धरना अभी बैंक में जारी है।