कृषि कानूनों के खिलाफ बीते 83 दिनों से जारी किसान आंदोलन को साधने की कोशिश में भाजपा और मोदी सरकार अचानक एक बार फिर सक्रिय हुई है। इस क्रम में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिमी यूपी, राजस्थान, हरियाणा से जाट बिरादरी के सांसदों-विधायकों को अपनी बिरादरी को साधने की जिम्मेदारी सौंपी है।

यह जिम्मेदारी भाजपा मुख्यालय में आयोजित रात्रिभोज के दौरान सौंपी गई। दोनों नेताओं ने सांसदों-विधायकों से अपनी बिरादरी को साधने के लिए तीन-चार दिन के अंदर रोडमैप तैयार करने का भी निर्देश दिया है।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बैठक को मुख्य रूप से शाह ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जाट बिरादरी के सांसद, विधायक और दूसरे नेता अलग-अलग खापों और आंदोलनरत किसान के परिजनों से मुलाकात करें।
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