मुज़फ्फरनगर : भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा का अनावरण नहीं होने से किसानों के बीच नाराजगी बढ़ रही है। किसान संगठन व प्रतिनिधियों का कहना है कि प्रशासन कोई फैसला नहीं कर पाता तो किसान खुद निर्णय करेंगे।
मुजफ्फरनगर जनपद के परासौली में भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा का अनावरण नहीं होने से किसानों के बीच नाराजगी बढ़ रही है। जनपद जाट महासभा का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को कलक्ट्रेट में डीएम उमेश मिश्रा से मुलाकात करेगा।
विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधियों का कहना है कि अगर प्रशासन कोई फैसला नहीं कर पाता तो किसान खुद निर्णय करेंगे। यह चौधरी साहब के साथ-साथ किसानों का भी अपमान है। प्रशासन से मांग रखी गई की तुरंत फैसला करना चाहिए।
चौधरी चरण सिंह हिंडन-कृष्णा दोआबा नहर प्रणाली का लोकार्पण 15 जनवरी 2004 को तत्कालीन सिंचाई विभाग की मंत्री अनुराधा चौधरी ने किया था। बुढ़ाना क्षेत्र के परासौली गांव के पास सिंचाई विभाग की जमीन पर वाटिका का निर्माण कर किसान मसीहा की प्रतिमा भी स्थापित की गई।
लोअर खंड की जमीन पर प्रतिमा होने के चलते विभाग ही पहल करेगा, लेकिन 20 साल बाद भी अनावरण पर निर्णय नहीं हो सका। यही वजह है कि चौधरी साहब की प्रतिमा पन्नी में लिपटी हुई है।