नई दिल्ली. गर्मी के मौसम में त्वचा से जुड़ी दिक्कतें बढ़ जाती हैं। खासतौर पर एक्ने और पिंपल्स जैसी दिक्कतें आम हो जाती हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि मौसम में उमस का स्तर बढ़ता है, जिससे पसीना ज़्यादा है, साथ ही झुलसाने वाली धूप, प्रदूषण, धूल, मिट्टी और खाने में गर्म तासीर वाली चीज़ों के सेवन से भी यह समस्या बढ़ती है। यही वजह है कि हमें इस गर्म मौसम में स्किन का ख़ास ख्याल रखने की ज़रूरत होती है। सन स्क्रीन से लेकर सही फेश वॉश और मॉइश्चराइज़र लगाना बेहद ज़रूरी हो जाता है।
कोरोना वायरस महामारी के चलते ‘मास्कने’ की समस्या भी काफी देखी जा रही है। अगर आप भी अक्सर तापमान के बढ़ने पर पिंपल्स या एक्ने से जूझते हैं, तो आइए जानें कि समस्या को कम करने के लिए क्या किया जा सकता है।
गर्मी के मौसम में कैसे बचें एक्ने और पिंपल्स से:
- सबसे ज़रूर बात, “पिंपल्स को फोड़ें नहीं”। आमतौर पर लोग पिपंल्स को फोड़ने की ग़लती करते हैं, जिससे सूजन तो आ ही जाती है, साथ ही निशान भी पड़ जाता है।
- दिन के समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना न भूलें। अगर आप खुद के लिए सही सनस्क्रीन नहीं चुन पा रही हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
- दिन के समय में अगर आपका चेहरे ऑयली हो जाा है, तो फ्रेशनेस के लिए फेस मिस्ट का उपयोग ज़रूर करें।
- फोम युक्त फेस क्लेंज़र का दिन में दो बार इस्तेमाल करें। अपनी स्किन टाइप के अनुसार, आप क्लेंज़र चुन सकते हैं। ध्यान रहे कि गर्मी के मौसम में भी ज़्यादा चेहरे को क्लेंज़र से धोने से भी दिक्कतें हो सकती हैं। स्किन ज़्यादा ड्राई हो सकती हैं और एक्ने की दिक्कत भी बढ़ सकती है।
- गर्मी में हेवी क्रीम्स या लोशन का इस्तेमाल न करें ,इससे पोर्स बंद हो सकते हैं। इसकी जगह हल्के मॉइश्चराइज़र का इस्तेमाल करें और जेल युक्त सनस्क्रीन लगाएं।
- चेहरे पर कठोर स्क्रब का कभी इस्तेमाल न करें क्योंकि इससे रूखापन और जलन जैसी समस्या शुरू हो सकती है। इसके इस्तेमाल से एक्ने की दिक्कत भी बढ़ सकती है।
- गर्मी में चीनी युक्त ड्रिंक्स। चीनी युक्त चीज़ों के सेवन से इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, जिससे सीबम का उत्पादन भी बढ़ता है। इसलिए पानी खूब पिएं और चीनी वाली ड्रिंक्स से बचे रहें। साथ ही आम जैसी चीज़ों का सेवन कम रखें, इससे भी पिंपल्स होने का ख़तरा रहता है।
- कोविड के इस दौरा में ‘मास्कने’ भी एक आम समस्या बन गई है। यह त्वचा पर मास्क की वजह से होने वाले फ्रिक्शन यानी गिसने से या फिर त्वचा पर पड़ रहे प्रेशर की वजह से होते हैं। मास्क की वजह से चेहरे पर पसीना ज़्यादा है, जिससे मॉइश्चनर की मात्रा बढ़ जाती है। इससे पोर्स बंद हो जाते हैं और कोमेडोन्स यानी वाइट हेड्स होने लगते हैं। मास्कने से बचने के लिए हमेशा साफ मास्क पहनें और चेहरे को कम से कम दो बार धोएं।