नई दिल्ली। क्या आपने कभी अपने घर में ध्यान दिया है कि आपके माता-पिता या परिवार के किसी बुजुर्ग के जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है? या उनके पैरों की उंगलियों, एड़ियों और घुटनों में दर्द और सूजन रहती है? या फिर वो गठिया के शिकार हैं? अगर ऐसा है तो सतर्क हो जाएं, ये सभी लक्षण उनके शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने के कारण हो सकते हैं. अगर आपका यूरिक एसिड लेवल से ज्यादा आता है तो समझ जाइये की वो हाई है.

यूरिक एसिड की ज्यादा मात्रा शरीर में कई प्रकार की बीमारियां लाती है. आइए जानते हैं कि ये क्या होता है और इसको कैसे कम करें, इसके अलावा यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल में लाने के लिए किस तरह का डाइट चार्ट फॉलो करें.

गाउट गठिया के सबसे दर्दनाक रूपों में से एक है. ये तब होता है जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है और यह अक्सर औरतों से ज्यादा मर्दों में पाया जाता है. इसको ठीक करने का सबसे सरल उपाय है अपनी खान-पान की आदतों को बदलना. दवाइयों और अपनी जीवन शैली में परिवर्तन लाने से भी ये बीमारी ठीक हो सकती है.

यूरिक एसिड जमा होने के कारण
कुछ खास प्रकार के आहार के कारण शरीर में यूरिक एसिड इकट्ठा हो सकता है
कुछ मामलो में यह जेनेटिक होता है, यानी परिवार के किसी सदस्य को अगर ये बीमारी है तो आपको भी हो सकती है.
मोटापा या पेट के आसपास चर्बी बढ़ने के कारण भी यह समस्या हो सकती है.
अगर आप बहुत ज्यादा टेंशन में रहते हैं तो भी आपके शरीर में यूरिक एसिड इकट्ठा हो सकता है.

ये हेल्थ डिसऑर्डर भी हैं यूरिक एसिड के बढ़ने का कारण
-किडनी की बीमारी से यूरिक एसिड बढ़ सकता है.
-डायबिटीज के कारण भी यूरिक एसिड बढ़ता है.
-हाइपोथायरायडिज्म भी यूरिक एसिड बढ़ने की वजह हो सकती है.
-कुछ प्रकार के कैंसर या कीमोथेरेपी भी यूरिक एसिड के बढ़ने का कारण होती हैं
-सोरायसिस, जो एक त्वचा रोग होता है जिसके कारण यूरिक एसिड बढ़ सकता है.

यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
-कई बार हाई यूरिक एसिड के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते, फिर भी कुछ तरीके अपनाए जा सकते हैं.
-खान पान के साथ अगर लाइफस्टाइल में अत्यधिक परिवर्तन होता है तो भी यूरिक एसिड बढ़ सकता है
-अगर आपके ब्लड में यूरिक एसिड का लेवल काफी हाई हो गया है, और आप ल्यूकेमिया या लिम्फोमा के लिए कीमोथेरेपी से गुजर रहे हैं, तो आपके ब्लड में उच्च यूरिक एसिड स्तर से किडनी की समस्या, या गठिया के लक्षण हो सकते हैं.
-अगर किसी प्रकार के कैंसर से पीड़ित हैं, तो आपको बुखार, ठंड लगना, थकान हो सकती है और आपके यूरिक एसिड का लेवल बढ़ सकता है (ट्यूमर कैंसर सिंड्रोम के कारण).
-यदि यूरिक एसिड के क्रिस्टल आपके जोड़ों में जमा हो गए हैं, तो आपको जोड़ों में सूजन महसूस हो सकती है जिसे ‘गाउट’ कहा जा सकता है.
-आपको किडनी की समस्याएं (गुर्दे की पथरी), या पेशाब के साथ समस्याएं हो सकती हैं.
-जोड़ों के दर्द के साथ उठने बैठने में परेशानी होना.
-हाथ और पैर की उंगलियों में सूजन के साथ दर्द होना.

प्यूरीन वाले पशु उत्पादों का सेवन बंद करें
कई मीट, मछली और पशु उत्पादों में भी भरी मात्रा में प्यूरीन होता है जो यूरिक एसिड में बदल जाता है. जब बहुत ज्यादा यूरिक एसिड जॉइंट्स में जम जाता है तब गाउट की बीमारी बन जाती है. नीचे लिखी प्यूरीन से भरे खाद्य पदार्थों का सेवन बंद कर दें ताकि आपके गाउट में आराम मिले.

-ऑर्गन मीट्स
-हेरिंग
-हिलसा
-अंचओवीएस
-मैकरेल

भोजन में मीट और फिश की मात्रा कम कर दें
सभी मीट, मछली और पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स में यूरिक एसिड थोड़ी बहुत मात्रा में होता ही है. लेकिन इस का मतलब यह भी नहीं कि आपको पूरी तरह से शाकाहारी बन जाना है. सिर्फ मीट और मछली का सेवन थोड़ा कम करने से ही काफी ज़्यादा फायदा हो जाएगा. नीचे लिखे खाद्य पदार्थों की एक सर्विंग 4-6 Ounce के बराबर एक दिन में ले सकते हैं.

-पॉल्ट्री
-रेड मीट
-टूना
-लॉबस्टर
-झींगा

इन शाकाहारी चीजों का सेवन कम करें
जिन सब्जियों, फलों और फलियों में ज्यादा यूरिक एसिड हो उनका सेवन न करें. कई शाकाहारी उत्पादों में भी ज्यादा मात्रा में प्यूरीन्स होती हैं. ये सब खून में यूरिक एसिड का जमाव होने में योगदान करते हैं. निम्नलिखित फलियों, सब्जियों और फलों में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक होती है.

-मुशरूम
-बीन्स
-मटर
-दालें
-केला
-एवोकेडो
-कीवी फ्रूट
-अनानास

डेली डाइट में फैट कम खाएं
अधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट खाने से शरीर की यूरिक एसिड को पचाने की क्षमता कम हो जाती है. तला हुआ खाना या फिर ऐसा खाना जिसमें फैट की मात्रा ज्यादा हो वह न खाएं. कुछ फलों, सब्जियों, दालों और फलियों के सेवन से गाउट को संभाला जा सकता है.

यूरिक एसिड के इलाज के तरीके
बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करने के लिए आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं और कुछ प्राकृतिक उपायों को करके भी इसे नियंत्रित किया जा सकता है आइए जानते हैं यूरिक एसिड का इलाज करने के तरीके.

1. दवाइयों की मदद लें
यूरिक एसिड के बारे में पता चलते ही पहली बार डॉक्टर ज़रूर दिखाएं ताकि इसको बढ़ने से रोका जा सके. वही आपको सही दवाई लेने के बारे में सलाह देंगे.

2. डाइट चार्ट तैयार करें
नियमित व्यायाम पाचन प्रक्रिया में मदद करता है लेकिन सबसे अहम बात यह है कि आप किस तरह का भोजन लेते हैं. इसे नियंत्रित करने के लिए, आपको अपने प्यूरिन के सेवन पर नजर रखने की जरूरत है जो दिन के दौरान लगभग 600-1000 मिलीग्राम होती है. लेकिन यूरिक एसिड डाइट चार्ट आपको दिन में इसे 100-150 मिलीग्राम तक सीमित करने में मदद करेगा.

3. खाने में इन चीजों को शामिल करें
एप्पल साइडर वेनेगर: यूरिक एसिड से पीड़ित लोगों को स्थिति में सुधार करने के लिए एक गिलास पानी के साथ 3 बड़े चम्मच सेब का सिरका लेना चाहिए.

फ्रेंच बीन जूस: यह सबसे प्रभावी घरेलू उपाय है, इसे दिन में दो बार लेने से उच्च यूरिक एसिड के उत्पादन में कमी आती है.

चेरी: ये सिर्फ केक की सजावट के काम ही नहीं आती है बल्कि यह एक प्रकार की अच्छी औषधि के रूप में भी जानी जाती है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी पदार्थ होते हैं जो यूरिक एसिड के क्रिस्टलीकरण और इसे जोड़ों में जमा होने से रोकता है जिससे दर्द और सूजन होती है.

जामुन: चेरी के अलावा, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और जामुन जो एंटी इन्फ्लामेट्री गुणों से भरपूर होते हैं, आपके शरीर में उच्च यूरिक एसिड सामग्री को ठीक करने के लिए बेहद जरूरी हैं.

लौ फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स: ऐसा माना जाता है कि डेयरी उत्पाद शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ाते हैं. आप दूध के स्थान पर सोया या बादाम का दूध पी सकते हैं जो कि प्रोटीन से भरपूर होता है, साथ ही सोया चंक्स को पनीर के स्थान पर और बहुत कुछ. इसका मतलब ये नहीं है कि हम आपको कम प्रोटीन लेने का सुझाव दे रहे हैं लेकिन अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ रहा है तो लौ फैट वाले डेयरी उत्पादों का प्रयोग करें.

खूब पानी पिएं: जितना हो सके भरपूर मात्रा में अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें इससे आप अपने शरीर से यूरिक एसिड को आसानी से निगल सकते हैं इसके लिए कुछ समय के अंतराल पर पानी पीते रहना चाहिए.

ऑलिव ऑयल: कोल्ड-प्रेस्ड तकनीक से बने ऑलिव ऑयल से खाना पकाने से आपके गाउट को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं.

पिंटो बीन्स: पिंटो बीन्स में फोलिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड के लेवल को कम करने के लिए एक अहम पदार्थ है. आप भी अपने यूरिक एसिड को कम करने के लिए अपने आहार में सूरजमुखी के बीज और दाल शामिल कर सकते हैं.