मुजफ्फरनगर। जनपद में एक दलित युवती को 30 हजार रुपये में बेंचने का प्रयास किया गया। इससे पहले युवती को झांसा देकर घर से लाने के बाद पत्नी बनाकर रखा। जिसके बाद एक वृद्ध को बेचने का प्रयास किया गया। इस मामले में ग्रामीणों ने महिला को बिकने से बचाया। गांव में पंचायत के बाद युवती युवती की शादी दूसरे युवक से करने का फैसला सुना दिया गया। इस मामले में मंगलवार को गांव वाले पीड़िता को लेकर डीएम कार्यालय पहुंचे तो वहां उसके साथ मारपीट की गई। पुलिस ने युवती को छुड़ाकर थाने पहुंचाया।

मंगलवार को डीएम कार्यालय पर कुछ लोगों ने एक युवती की पिटाई करना शुरू कर दी। इससे वहां पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हंगामे की सूचना पर शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्रा मय फोर्स मौके पर पहुंचे, तब जाकर मामला शांत हुआ। पुलिस के आने पर मारपीट करने वाले लोग वहां से फरार हो गये।

पुलिस के अनुसार जनपद गाजियाबाद के मोदीनगर के मौहल्ला बेगमाबाद निवासी सतीश कुमार दलित की पुत्री काजल अपनी चाची सोनिया पत्नी सुनील निवासी सूजडु के साथ भट्टे पर काम करने के लिए आयी थी। वह देवबंद क्षेत्र के गांव मीरगपुर दुगचढ़ी भटटे पर काम कर रही थी। इसी बीच उसको सूजडू निवासी कुलदीप आदि बहकाकर ले आये थे। इस युवती का आरोप है कि करीब 5 महीने पहले उसको पत्नी बनाकर सूजडू गांव में ही रखा गया था।

आरोप था कि कुलदीप आदि उसका साथ शोषण कर रहे थे। उसके साथ आये दिन मारपीट की जाती थी। इसी बीच उसको एक वृद्ध को 30 हजार रुपये की ऐवज में बेचने का सौदा कर लिया गया। उसने इसका विरोध किया तो उसके साथ कुलदीप अपने अन्य साथियों और परिजनों के साथ मिलकर मारपीट करने लगा। ग्रामीणों ने उसको उनके चंगुल से छुड़वाया था। युवती ने आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की।

इसी बीच युवती के साथ आये गांव सूजडु के महिलाद्यद्य-पुरुषों ने बताया कि कई महीने से कुलदीप आदि इस युवती को लेकर आये थे, गांव में रखा गया था। कुलदीप उसको पत्नी बताता था। जबकि उसका गंभीर शोषण किया जा रहा था। इस युवती को बेचने की कोशिश की गयी, पता चलने पर उसको छुड़ाया गया और गांव ही सुशील कुमार नामक युवक युवती के साथ शादी करने के लिए राजी हो गया, लेकिन कुलदीप आदि इससे नाराज हो गयी और आज यहां पर हमला कर दिया।