मुजफ्फरनगर। धोखाधड़ी से फर्जी चेक सत्यापित कर 39.42 लाख रुपये निकालने के मामले में पुलिस ने बैंक प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया। प्रकरण में मुख्य आरोपित समेत उसका साथी फरार है। पुलिस ने आरोपित से पूछताछ की।
मेरठ के गंगानगर कालोनी निवासी धीरज धीमान पुत्र अशोक कुमार ने कोतवाली पर अक्टूबर-2021 में मुकदमा पंजीकृत कराते हुए बताया था कि उसके पिता के बैंक खाते से एक सितंबर-2021 को 39.42 लाख रुपये निकाले गए हैं। इस जालसाजी में खतौली नई बस्ती निवासी शाहआलम व उसका एक साथी शामिल है। आरोपितों ने फर्जी चेक बनवाकर उसे जीटी रोड खतौली शाखा के बैंक प्रबंधक अनिरुद्ध शर्मा निवासी मेरठ, कालोनी पल्लवपुरम फेस-1 के साथ मिलकर सत्यापित कराया। इसके बाद उसके पिता के खाते से रुपये निकाल लिए गए।
मामले की जांच एसएसआइ रामबीर सिंह ने की, जिसमें धोखाधड़ी होने की पुष्टि हुई। सोमवार को पुलिस ने सूचना के आधार पर षड्यंत्र एवं धोखाधड़ी के आरोपित बैंक प्रबंधक अनिरुद्ध शर्मा को सात माह बाद जानसठ तिराहे से गिरफ्तार कर लिया। उसे जेल भेज दिया गया है। इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि प्रकरण के मुख्य आरोपित और उसके साथी तलाश में दबिश दी जा रही है। जल्द आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।