बागपत।  बड़ौत में गांधी मार्ग पर मोक्ष कल्याण निर्वाण महोत्सव के दौरान बांस-बल्ली का मचान गिरने से हादसे में घायल हुए 15 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। जबकि आठ घायलों की हालत खराब होने के कारण मेरठ और दिल्ली के अस्पतालों में रेफर किया गया। वहीं मानस्तंभ पर चारों तरफ रखी भगवान आदिनाथ की मूर्ति भी अपनी जगह से हिल गई। मूर्ति खंडित होने की आशंका जताते हुए जैन समाज के लोग चिंतित हैं।

दिगंबर जैन कालेज के मैदान में मान स्तंभ पर मंगलवार को मोक्ष कल्याण लड्डू चढ़ाते हुए श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ चढ़ने से मचान गिर गया था। इससे गिरकर व दबकर सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। 70 श्रद्धालु घायल हो गए थे, जिनमें से 40 को उपचार के बाद मंगलवार शाम तक छुट्टी दे दी गई थी।

इस मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के लिए बनाई गई समिति में शामिल एडीएम सुभाष सिंह, एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह समेत अन्य अधिकारी बुधवार को घटनास्थल पर पहुंचे। वहां से साक्ष्य एकत्र किए और आयोजन समिति के लोगों के बयान भी दर्ज किए गए। लोगों ने अधिकारियों के सामने हंगामा भी किया। पीड़ित परिवारों से मिलने और घायलों का हाल जानने के लिए सपा का प्रतिनिधिमंडल मुजफ्फरनगर सांसद हरेंद्र मलिक के नेतृत्व में पहुंचा तो भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत भी पीड़ित परिवारों से मिले।

जिलेभर में मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई और बड़ौत में घटनास्थल पर भी श्रद्धांजलि सभा में सांसद डा. राजकुमार सांगवान व सर्वसमाज के लोग पहुंचे। वहां मृतकों के परिवारों को एक-एक करोड़ और घायलों को बीस-बीस लाख रुपये की आर्थिक मदद की मांग सरकार से की गई। डीएम अस्मिता लाल ने बताया कि मजिस्ट्रेटी जांच की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी, फिलहाल पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जा रही है। इस मामले में गिरफ्तार ठेकेदार को बुधवार को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पीड़ितों का हाल जानने के लिए बुधवार को उनके घर पहुंचे। वहां उन्होंने मृतक तरशपाल जैन समेत अन्य परिवार वालों से मुलाकात कर ढांढस बांधा।

राकेश टिकैत ने कहा कि निर्वाण महोत्सव में मचान टूटने से हुआ हादसा काफी दुखद है। इसके बाद महाकुंभ में भी भगदड़ मचने से हादसा हो गया। दोनों ही हादसों में लोगों की जान चली गई और बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ और निर्वाण महोत्सव के आयोजन दोनों ही धार्मिक है, इसलिए महाकुंभ के पीड़ितों के समान ही निर्वाण महोत्सव के पीड़ितों को भी आर्थिक मदद दिलाई जाए। इससे मृतकों के परिवार बिखरने से बच जाएंगे।

मानस्तंभ परिसर में निर्वाण लड्डू चढ़ाने के लिए बांस-बल्ली का सीढ़ीनुमा मचान तैयार करने वाले ठेकेदार वसीम निवासी बरनावा को बुधवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया। पुलिस के अनुसार मचान तैयार करने के लिए ठेकेदार वसीम को ठेका दिया गया था। मगर, उसने मचान तैयार करने में लापरवाही बरती और बल्लियों को कट्टों में मिट्टी भरकर व गीली मिट्टी में खड़ी कर दिया। इस कारण ही वहां भार पड़ते ही वह दब गई और मचान गिर गया। पुलिस के अनुसार इसके मुकदमे में अभी जांच की जा रही है और अन्य किसी की लापरवाही सामने आती है तो उस पर भी कार्रवाई होगी।

मान स्तंभ परिसर में हादसे के बाद बुधवार को ऊर्जा निगम की टीम भी जांच करने पहुंची। टीम ने देखा कि आयोजन के लिए बिजली सप्लाई कहां से ली गई थी। मगर, जांच के बाद पता चला कि जनरेटर से सप्लाई ली जा रही थी।

हादसे में 15 घायलों को अस्पताल से बुधवार को छुट्टी मिल गई। जबकि आठ की हालत गंभीर बनी हुई है। उनको मेरठ और दिल्ली के अस्पताल में रेफर किया गया है। घटनास्थल को सील करके पुलिस बल तैनात कर दिया गया और हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच भी अधिकारियों ने शुरू कर दी।