पहली गोली लगने के बाद बाइक से गिरे परगवां के ग्राम प्रधान इशहाक ने जान बचाने के लिए करीब दो सौ मीटर तक दौड़ लगाई लेकिन उनका पीछा कर रहे हमलावर उन पर तब तक गोलियां चलाते रहे जब तक वह धराशायी नहीं हो गए। इसी बीच गोलियों की आवाज सुनकर गांव के लोगों ने घटनास्थल की ओर दौड़ना शुरू किया तो हमलावर भाग निकले। ग्राम प्रधान इशहाक की हत्या का पूरा वाकया बाइक पर उनके साथ आ रही उनकी पत्नी शकीना की आंखों के सामने घटित हुआ।

शकीना के मुताबिक हमलावरों ने इशहाक पर पहली गोली चलाई तो वे लोग बाइक समेत सड़क पर ही गिर पड़े। इशहाक जान बचाने के लिए भागे तो हमलावर उन्हें करीब दो सौ मीटर तक दौड़ाते रहे और एक के बाद एक उन पर तब तक गोलियां चलाते रहे जब तक वह लहूलुहान होकर गिर नहीं गए।

इसके बाद भीड़ इकट्ठी होने पर हमलावर भाग निकले। गांव करीब ही था लिहाजा कुछ ही देर में इशहाक के परिवार वाले और समर्थक इकट्ठे हो गए। किसी ने यूपी 112 पर फोन किया तो पीआरवी भी मौके पर पहुंच गई। पीआरवी के पुलिसकर्मियों ने इशहाक को जीवित बताकर शव हटाने की कोशिश की लेकिन गुस्साए समर्थकों ने शव नहीं उठाने दिया। ग्राम प्रधान पद के चार प्रत्याशियों में अकेले मुस्लिम थे इशहाक, जानें हत्या के बाद उनका परिवार क्या बोला वो जानने लायक है, नीचे क्लिक कर अगले पेज पर जाएं ओर पढें पूरी खबर