मुजफ्फरनगर। हैदरपुर वेटलैंड की सैकड़ों बीघा जमीन से कब्जा हटवाने पहुंची प्रशासन की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। भाकियू ने एलान किया कि जब तक किसान गेहूं की फसल नहीं काट लेंगे, कब्जा नहीं छोड़ेंगे। आरोप लगाया कि सरकारी कर्मचारियों ने किसानों से रुपये लेकर फसल की बुआई कराई थी।
जानसठ तहसील क्षेत्र के खादर में प्रशासन इन दिनों हैदरपुर वेटलैंड की जमीन से कब्जा हटवा रहा है। शुक्रवार को प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची तो आसपास के गांव के सैकड़ों किसान भी एकत्र हो गए। किसानों का कहना था कि सरकारी कर्मचारियों को फसल बुआई के लिए रुपये दिए गए हैं। किसानों के बीच भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि किसान की फसल को बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा। वर्तमान हालात किसान के लिए वैसे ही खराब चल रहे हैं। किसानों से पहले रुपये ले लिए और अब कब्जा हटवाने के नाम पर फसल बर्बाद की जा रही है। इससे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
किसानों के बीच एसडीएम जानसठ अभिषेक कुमार भी पहुंचे। भाकियू के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत में तय किया गया कि पहले किसान पकने के बाद अपनी गेहूं की फसल काटेंगे, इसके बाद कब्जा छोड़ेंगे। इस मौके पर हवा सिंह, रोहताश चौधरी, सन्नी पंवार, बिल्लू, सुधीर चौधरी, अमीर सिंह, पलविंद्र, सरविंद्र राठी, सोनू और बाबूराम तोमर मौजूद रहे।