मुजफ्फरनगर। छपार टोल प्लाजा पर धरना-प्रदर्शन करने जा रहे भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) अंबावता के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने टोल से पहले ही रोक दिया। नाराज कार्यकर्ता बंद होटल पर धरना देकर बैठ गए। घंटों हंगामे के बाद पदाधिकारियों ने छपार थाना प्रभारी व टोल प्रबंधक को ज्ञापन देकर धरना समाप्त किया।

भाकियू अंबावता के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सुबह से ही छपार में हाईवे स्थित जयभगवानपुर कट के पास एकत्र होने लगे थे। दोपहर 12 बजे कार्यकर्ताओं ने टोल प्लाजा की ओर चलने का प्रयास किया तो कुछ दूरी पर ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया। नाराज पदाधिकारी व कार्यकर्ता टोल प्लाजा से 500 मीटर की दूरी पर ही बंद होटल पर धरना देकर बैठ गए।

जिलाध्यक्ष शाह आलम ने कहा कि छपार टोल प्लाजा के अधिकारी व कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं। किसानों व क्षेत्रीय लोगों से टोल वसूला जा रहा है। क्षेत्रीय लोगों का पास बनाया जा रहा है, जिससे रोष है। 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों को पूरी तरह से फ्री किया जाए। नेशनल हाईवे-58 पर अभी तक नाला निर्माण नहीं हो सका है। छपार कस्बे में सड़क वाली मस्जिद के सामने हाईवे पर बने कट पर रोजाना राहगीर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। वहां पर सफेद पट्टी व रेड लाइट लगवाई जाए। इसके अलावा टोलकर्मियों पर वाहन चालकों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। टोल प्रबंधक विवेक पांडेय ने दस दिन में सभी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया है।

घंटो हंगामे के बाद पदाधिकारियों ने प्रभारी निरीक्षक आशुतोष कुमार को चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन देकर धरना समाप्त किया। इस दौरान पुरकाजी ब्लाक अध्यक्ष सालिम त्यागी, उबैद चौधरी, नदीम, सलमान, तौसीफ फारुकी, गुड्डू, राजवीर सिंह, नदीम खान, आस मौहम्मद, चांद मियां, दिनेश, साजिद, तनवीर व अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।