मुजफ्फरनगर। किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। भाकियू के प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान ने कहा कि कुछ लोग जिले का माहौल बिगाडऩे का प्रयास कर रहे हैं। माहौल खराब करने की कोशिश की तो केसरिया टोपी वालों को गांवों में नहीं घुसने दिया जाएगा। भाकियू नेताओं के निशाने पर बुढ़ाना के पूर्व विधायक उमेश मलिक रहे।

महावीर चौक स्थित भाकियू कार्यालय पर कार्यकर्ता एकत्र हुए। कार्यालय पर बैठक के बाद कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम ऑफिस के बाहर धरना दिया। भाकियू के प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान ने कहा कि चुनाव में जनता ने हरा दिया तो भाजपा के पूर्व विधायक उमेश मलिक बौखला गए हैं, लेकिन हमें होश नहीं खोना है। हम संघर्ष के सहारे हक की लड़ाई लड़ते आए हैं और लड़ते रहेंगे।

हरी टोपी किसानों के सम्मान का प्रतीक है, संघर्ष की लौ है और भाईचारा व एकजुटता की पहचान है। यूनियन कभी भी हिंदू मुस्लिम की बात नहीं करती है, हम केवल किसान बिरादरी के लिए संघर्ष करते हैं, उनकी लड़ाई लड़ रहे हैं।

भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा कि सरकार को किसानों की समस्या का समाधान करना चाहिए। किसान आंदोलन खत्म कराने के लिए जो वायदे किए थे, उन्हें पूरा किया जाना चाहिए। सहारनपुर मंडल अध्यक्ष नवीन राठी, विकास शर्मा, कुलदीप त्यागी, अनुज बालियान आदि ने विचार रखे।

प्रदेश सचिव ओमपाल मलिक ने कहा कि एक नेता बौखला गया है, हमारे 13 महीने के आंदोलन को दिल्ली बॉर्डर पर पूरे हिंदुस्तान ने देखा है। हिंदुस्तान की सरकार की हिम्मत नहीं हुई कि हरी टोपी वालों को छेड़ सके या वहां से भगा दे। ये जो छोटे मोटे लोग उकसाने का काम कर रहे हैं। प्रशासन को भी यह ध्यान रखना होगा कि यूनियन का कोई कार्यकर्ता समस्या लेकर आये तो उसको सम्मान से सुने और हल करायें।

वादा खिलाफी पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया
भाकियू ने केंद्र सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। जिला प्रशासन को दिए ज्ञापन में कहा गया कि केंद्र सरकार ने किसानों का धरना उठवाते समय तो वायदे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया गया। केंद्र सरकार किसानों से किए वादों को पूरा करें। केंद्र सरकार मुकरती है, तो किसान एक बार फिर आंदोलन के लिए मजबूर होगा।