मुजफ्फरनगर। एकाएक गरम हुए मौसम के मिजाज ने किसानों को जोर का झटका दिया है। गेहूं का दाना औसत से पतला निकल रहा है। फसल पकने के दौरान एकाएक तापमान में बढ़ोत्तरी इसकी वजह है। बघरा कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. अनिल कटियार बताते हैं कि फरवरी में मौसम ठंडा रहा, लेकिन मार्च के अंत में अचानक तापमान बढ़ गया। अप्रैल की शुरूआत में ही तापमान 38 डिग्री के पास रहा। गेहूं की फसल के लिए तापमान में धीरे-धीरे बदलाव जरूरी है, लेकिन अचानक पारा चढ़ने का असर फसल की गुणवत्ता और उत्पादन पर नजर आ रहा है।

क्रय केंद्रों पर पहुंच रहा गेहूं भी पतला
जिले में गेहूं खरीद के लिए 48 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। शुक्रवार तक 423 क्विंटल गेहूं खरीदा गया है। खाद्य एवं विपणन अधिकारी कमलेश कुमार बताते हैं कि इस बार गेहूं का दाना पतला है। किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं लेकर पहुंचने शुरू हो गए हैं। अब तक 423 क्विंटल गेहूं खरीदा गया है। सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों से 2015 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं की खरीद की जा रही है।

पंजीकरण कराने में खतौली के किसान पीछे
गेहूं की बिक्री के लिए अभी तक कुल 441 किसानों ने पंजीकरण कराया है। सदर तहसील क्षेत्र के 297, बुढ़ाना में 14, जानसठ क्षेत्र के 125 और खतौली क्षेत्र के सिर्फ पांच किसानों ने पंजीकरण कराया है।

जिले में कुल 48 केंद्र बनाए गए हैं, इनमें 19 पर गेहूं खरीद के लिए पॉश मशीनें हैं, जबकि 29 केंद्र खाली चल रहे थे। शनिवार को इन केंद्रों पर भी मशीनें पहुंचने की संभावना है।

किसान हरफूल का कहना है कि कि पिछले सात एक बीघा में तीन क्विंटल का औसत आया था, लेकिन इस बार ढाई क्विंटल का उत्पादन है।

किसान धीरज कुमार ने बताया कि पिछले साल की तुलना में उत्पादन गिरा है। इस बार फसल कम थी और उत्पादन पर भी संकट है।

जिले में कुल गेहूं की फसल 80 हजार हेक्टेयर है। पिछले साल की तुलना में इस बार गेहूं कम है। सरसों का रकबा इस बार बढ़ा है।