नई दिल्ली। अग्निपथ योजना को लेकर देश के अधिकांश हिस्‍सों में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने एक बयान को लेकर घिर गए हैं। उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

अग्निपथ योजना को लेकर देश के अधिकांश हिस्‍सों में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने एक बयान को लेकर घिर गए हैं। उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें उन्‍होंने कहा है कि फौजी का मतलब है आत्‍मविश्‍वास… फौजी पर देश के लोगों को पूरा भरोसा है। अगर उन्‍हें भाजपा कार्यालय में सिक्योरिटी रखनी होगी तो वो अग्निवीरों को प्राथमिकता देंगे। कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर उनकी ही पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने भी सवाल उठाए हैं।

दरअसल कैलाश वियजवर्गीय इंदौर में अग्निपथ योजना की खास बातें समझाने की कोशिश कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि फौजी का मतलब ही आत्‍मविश्‍वास है… मेरे एक मित्र ने एक सेना के जवान को सिक्‍योरिटी पर रखा। उसे ड्राइविंग भी सिखाई। उनका कहना था कि मेरी पत्‍नी और बच्‍चे अक्‍सर अकेले बाजार जाते हैं। यह फौजी है ना तो हमें इनकी सुरक्षा को लेकर पूरा विश्‍वास है। यानी फौजी एक आत्‍मविश्‍वास का नाम है। उस पर देश के लोगों को भरोसा होता है।

कैलाश वियजवर्गीय ने यह भी कहा कि यदि मुझे इस भाजपा कार्यालय में सिक्‍योरिटी रखनी होगी तो मैं अग्निवीर को ही प्राथमिकता दूंगा। अब कैलाश विजयवर्गीय के बयान के यह हिस्‍सा तेजी से वायरल हो रहा है। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने विजयवर्गीय पर सेवानिवृत्ति के बाद सैनिकों को चौकीदार की नौकरी देने का आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि हमारी महान सेना की वीर गाथाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। भारतीय सेना केवल नौकरी नहीं, भारत माता की सेवा करने का एक साधन भी है।

वहीं मध्‍य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि जवानों का अपमान करते बीजेपी महासचिव… भाजपा कार्यालय के बाहर चौकीदार बनेंगे अग्निवीर… मोदी जी, हम इसी मानसिकता से डरते थे- बेशर्म सरकार।’

वहीं दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विजयवर्गीय पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के युवा देश की सेवा करने के लिए सेना में शामिल होते हैं, न कि बाद में भाजपा कार्यालय के बाहर गार्ड बनने के लिए। उन्‍होंने हिंदी में ट्वीट कर कहा- युवाओं और सेना के जवानों का इतना अपमान मत करो। देश के युवा सेना की शारीरिक परीक्षा पास करने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। परीक्षा पास करते हैं क्योंकि वे सेना में शामिल होकर जीवन भर देश की सेवा करना चाहते हैं, इसलिए नहीं कि वे भाजपा कार्यालय के बाहर गार्ड बनना चाहते हैं।