मुजफ्फरनगर.महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत जिले में 150 तालाबों को अमृत सरोवर योजना में शामिल किया गया है। इस योजना से भूगर्भ जल में वृद्धि होगी, पानी की दैनिक समस्या का निदान होगा।

जिले के सभी नौ ब्लाकों के 150 तालाबों का इसमें चयन किया गया है। तालाबों के माध्यम से जल संरक्षण और जल संचयन को बढ़ावा मिलेगा और भूगर्भ जल में व्यापक वृद्धि होगी। इस योजना में 75 नये तालाब शामिल किए गए है, जिन पर अब से पहले काम नहीं हुआ है। 53 तालाब ऐसे हैं जिनका जीर्णोद्धार किया जाएगा। 22 तालाब ऐसे हैं जिनके कार्य अधूरे पड़े है जो इस योजना में पूरे किए जाएंगे। प्रत्येक तालाब का अलग-अलग स्टीमेट तैयार किया जा रहा है। समस्त कार्य मनरेगा के माध्यम से पूरे किए जाएंगे। बरसात शुरू होने से पहले तालाबों के सुंदरीकरण का कार्य पूरा किया जाएगा।

ये पौधे लगेंगे तालाबों के किनारे
तालाबों को संरक्षित रखने के लिए उनके किनारों पर पौधरोपण का कार्य होगा। पर्यावरण संरक्षण को ज्यादातर फलदार पौधे लगाए जाएंगे। इनमें आम, जामुन, इमली, नीम आदि के पौधे लगाए जाएंगे। गर्मियों के दिनों में इन पौधों में पानी तालाब से मिलेगा।

जल्द ही काम शुरू होगा: यादव
सीडीओ आलोक यादव ने बताया कि अमृत सरोवर योजना में 150 तालाबों को चिह्नित किया गया है। इन सभी के खर्च का अलग-अलग स्टीमेट तैयार कराया जा रहा है। मनरेगा के अंतर्गत सभी तालाबों का जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण होगा। तालाबों के किनारे फलदार पौधे लगाए जाएंगे।