मुजफ्फरनगर। शहर के कूड़े से नीदरलैंड की कंपनी बिजली बनाएगी। कंपनी ने उप मुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य के समक्ष इसे लेकर शासन से करार किया है। इससे पहले कंपनी के अधिकारियों ने डीएम के साथ बैठक में योजना पर चर्चा की थी। कंपनी के अधिकारियों ने एटूजेड प्लांट का निरीक्षण कर कार्य की शर्तें प्रशासन के समक्ष रखी थीं।
नगर पालिका का समस्त कूड़ा एटूजेड प्लांट पर एकत्र हो रहा है। कूड़ा निस्तारण को लेकर लंबे समय से मंथन चल रहा है। कई बार अलग-अलग प्रस्ताव हुए लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। हाल ही में जिलाधिकारी सीबी सिंह ने कूड़े से बिजली बनाने के लिए नीदरलैंड की एक कंपनी के अधिकारियों बातचीत की थी। कंपनी के अफसरों ने मौके का निरीक्षा करने के बाद प्रशासन के सामने कुछ शर्तें रखी थीं। इसके बाद शासन स्तर पर फाइल भेजी गई। अब उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में वेस्ट टू एनर्जी योजना के तहत शासन और नीदरलैंड की कंपनी के अफसरों में कूड़े से बिजली बनाने का करार हुआ है।
हालांकि प्रतिदिन कितने कूड़े का निस्तारण होगा और कितनी बिजली का उत्पादन होगा, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। डीएम ने बताया कि एग्रीमेंट की फाइल जिले में आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
जिलाधिकारी सीबी सिंह ने बताया कि नीदरलैंड के अधिकारियों ने कुछ शर्तें रखी थी, जिसमें एटूजेड प्लांट की बाउंड्री बनाकर देना था, नदी पर पुल बनाना था और मुख्य मार्ग तक सड़क निर्माण करना था। यह 12 करोड़ के लगभग का प्रोजेक्ट है। बाउंड्री निर्माण का कार्य चल रहा है। अब सरकार से जो एग्रीमेंट हुआ है, उसकी कॉपी आ जाएगी, उसी के अनुरूप कार्य होगा।