मेरठ। रोहटा क्षेत्र में उखलीना बिजलीघर में डकैती की साजिश ड्यूटी पर तैनात एसएसओ और लाइनमैन ने ही रची थी। विभागीय जांच में बाहरी व्यक्तियों से मिलीभगत कर षडयंत्र रचने के खुलासे के बाद दोनों कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। वहीं पुलिस की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। पुलिस कर्मचारियोंं का साथ देने वाले बाहरी लोगों की तलाश कर रही है।

उखलीना गांव स्थित 33/11 बिजलीघर में मंगलवार रात जानी क्षेत्र के बहरामपुर गांव निवासी एसएसओ सुरेश और कैथवाड़ी निवासी लाइनमैन नरेश शर्मा ड्यूटी पर थे। बुधवार सुबह दोनों ने विभागीय अधिकारियों को सूचना दी कि देर रात बिजलीघर की दीवार में कुंबल कर 7-8 बदमाश अंदर घुसे और दोनों को तमंचे के बल पर बंधक बनाकर बिजलीघर 14 लाख का सामान ले गए। अवर अभियंता अशोक कुमार ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

मुख्य अभियंता जोन-2 राघवेंद्र सिंह ने बताया कि मौके पर जांच की गई तो पाया गया कि शौचालय की दीवार में जो कुंबल किया गया है, वह अंदर से बाहर की ओर किया गया था। दीवार का मलबा बाहर गिरा हुआ मिला। कुंबल की परिधि भी इतनी कम है कि कोई व्यस्क व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता। इससे स्पष्ट है कि विभागीय कर्मचारियों ने बाहरी व्यक्तियों से मिलीभगत कर षडयंत्र रचा है।

एसएसओ सुरेश, संविदा लाइनमैन नरेश शर्मा की सेवा समाप्त कर दी गई। प्रबंध निदेशक ईशा दुहन ने जेई के खिलाफ चार्जशीट, एसडीओ और एक्सईएन को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।

प्रारंभिक जांच में ही यह घटना संदिग्ध प्रतीत हो रही थी। पुलिस अभी साक्ष्य एकत्र कर रही है। एसएसओ और लाइनमैन को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। घटना में शामिल बाहरी लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।- कमलेश बहादुर, एसपी देहात