नई दिल्ली। विश्व कप में भारतीय टीम भले ही अंतिम बाधा पार नहीं कर सकी, लेकिन उसने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। लगातार 10 मैच जीतकर भारतीय टीम ने दबदबे को साबित किया। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार के बाद अब टीम इंडिया की नजर अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप पर है।

उसके लिए तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। राहुल द्रविड़ और उनकी कोचिंग टीम का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में खेलते दिख सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ युवा खिलाड़ियों ने प्रदर्शन करने के बाद अपना दावा भी मजबूत किया है।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में रवि बिश्नोई ने शानदार प्रदर्शन किया और वह प्लेयर ऑफ द सीरीज बने। दाएं हाथ के इस लेग स्पिनर ने पांच मैचों में नौ विकेट लिए और आगामी टी20 विश्व कप के लिए अपना दावा मजबूत किया।

उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भी चुना गया है। वहां तीन टी20 मैच खेले जाने हैं। उसके बाद भारत को जनवरी में घरेलू मैदान पर तीन टी20 अफगानिस्तान के खिलाफ खेलने हैं। फिर सीधे टीम इंडिया टी20 विश्व कप में उतरेगी। हालांकि, खिलाड़ियों को आईपीएल में तैयारी करने और खुद को साबित करने का मौका मिलेगा।

टीम में कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा की जगह मौजूदा प्रदर्शनों को देखते हुए तय मानी जा रही है। अब तीसरे स्पिनर के लिए किसी एक चयन होगा। हालिया प्रदर्शनों को देखें तो रवि बिश्नोई अन्य खिलाड़ियों से आगे बढ़ते नजर आ रहे हैं। उन्हें अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल से कड़ी टक्कर मिल रही है।

बिश्नोई का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए चुना जाना टीम प्रबंधन की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। भारत को विश्व कप से पहले छह टी20 खेलने हैं और समझा जाता है कि 23 साल के रवि बिश्नोई को युजवेंद्र चहल पर तरजीह मिलनी तय है। चहल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। उन्हें वनडे सीरीज के लिए चुना गया है। चहल ने इस साल नौ टी20 मैचों में नौ विकेट लिए हैं। वहीं, बिश्नोई ने 11 मैचों में 18 विकेट चटकाए हैं।

रवि बिश्नोई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापत्तनम में खेले गए पहले मुकाबले में चार ओवर में 54 रन दिए थे। इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की और कसी हुई गेंदबाजी की। आस्ट्रेलियाई कप्तान मैथ्यू वेड ने भी यह स्वीकार किया उनकी गेंदों को खेलना आसान नहीं है। वेड ने कहा, ”उनके स्पिनरों ने अच्छा प्रदर्शन किया। बिश्नोई ने खास तौर पर चारों मैचों में शानदार गेंदबाजी की। उन्हें खेलना आसान नहीं था ।’’

श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने कहा, ”बिश्नोई दूसरे लेग स्पिनर से अलग है। वह तेज गेंद डालते हैं और गेंद को स्लाइड कराते हैं। मददगार विकेटों पर उन्हें खेलना काफी कठिन है।”

रवि बिश्नोई भारत के लिए 21 टी20 मैच खेल चुके हैं और उन्होंने अब तक 34 विकेट लिए हैं। 52 आईपीएल मैचों में उन्होंने 53 विकेट चटकाए हैं। दूसरी ओर, चहल ने 80 टी20 मैच खेले हैं और 96 विकेट चटकाए हैं। 145 आईपीएल मैचों में उन्होंने 187 विकेट लिए हैं।