मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान जानसठ क्षेत्र के कवाल गांव में हुए बवाल के मामले में नामजद खतौली के भाजपा विधायक विक्रम सैनी अदालत में पेश हुए। गवाही के लिए पुलिसकर्मी कोर्ट नहीं पहुंचे। अगली सुनवाई 30 मार्च को होगी।

कवाल गांव में ममेरे भाई गौरव और सचिन की 27 अगस्त 2013 को हत्या कर दी गई थी। 28 अगस्त 2013 को गांव में हिंसा भड़की। हवाई फायरिंग हुई और तनाव का माहौल बन गया था। जानसठ थाने के तत्कालीन प्रभारी शैलेंद्र कुमार ने विक्रस सैनी समेत 27 लोगों को नामजद करते हुए गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। इस प्रकरण की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश स्पेशल एमपी/एमएलए कोर्ट संख्या-6 गोपाल उपाध्याय की अदालत में चल रही है।

विशेष लोक अभियोजक नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गवाही के लिए जानसठ थाने के तत्कालीन एसओ शैलेंद्र कुमार, एसआई शाहिद अली और एसआई गंगाशरण को समन भेजे गए थे, तीनों ही मंगलवार को अदालत में हाजिर नहीं हुए। खतौली विधायक अदालत में पेश हुए। अगली सुनवाई के लिए 30 मार्च की तिथि तय कर दी गई है।