मुजफ्फरनगर| मुजफ्फरनगर में गंगनहर पर खुरकट वाली झाल का पुल 28 अगस्त को क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसके चलते किसान अभी तक परेशान हैं। पुल निर्माण की मांग करते हुए भारतीय किसान यूनियन ने मौके पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा के नेतृत्व में हजारों किसानों ने धरना शुरू कर दिया। पुल टूटने से मुजफ्फरनगर के कुटेसरा से सहारनपुर के देवबंद सहित कई गांवों का रास्ता बंद हो गया। कुटेसरा के किसानों को नहर पार कर खेतों में जाने में समस्या बढ़ गई है। पशुओं का चारा भी नहीं लाया जा सका।

मुजफ्फरनगर में देवबंद की तरफ से चरथावल की ओर गंगनहर आती है। कुटेसरा के निकट खुरकट वाली झाल का पुल 28 अगस्त को क्षतिग्रस्त हो गया था। पुल के नीचे की मिट्टी दरकने से देवबंद की तरफ जाने का रास्ता बंद हो गया। कुटेसरा के किसानों के खेत पुल पार होने के कारण पशुओं के लिए चारा लाने में लंबी दूर तय करनी पड़ रही है। पुल से गुजरकर ग्रामीण सहारनपुर के गांव इमलिया, गुनारसी, रणखंडी और देवबंद शुगर मिल पर निकलते हैं। ग्राम प्रधान नय्यूम ने पुल दरकने की सूचना सिंचाई विभाग के शीशपाल को दी थी। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा ने पुल निर्माण की मांग उठाई थी।

किसान नेता विकास शर्मा ने कहा कि सिंचाई विभाग की लापरवाही और हटधर्मिता के कारण 10 हजार बीघा खेत सिंचाई से वंचित है। आने-जाने का रास्ता भी बाधित है। ग्राम कुटेसरा में नहर का पुल जो कि करीब 80 साल पुराना था वह टूट गया है। उसी को लेकर आज धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। विकास शर्मा ने कहा कि जब तक पुल का निर्माण नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा। मौके पर ठाकुर बृजपाल राणा, ताजिम त्यागी, सरफराज त्यागी, मुकेश राणा, कबीर त्यागी, सरताज त्यागी, मुंतरीज त्यागी मौजूद रहे।