मुजफ्फरनगर। शहर से 12 दिन से लापता न्याजूपुरा निवासी ई-रिक्शा चालक समीर का शव शाहपुर थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी दुर्गनपुर के जंगल में पड़ा मिला। जंगली जानवर शरीर का ऊपरी हिस्सा खा चुके थे। परिजनों ने बेटी के ससुराल वालों पर हत्या कर शव फेंकने का शक जताया है। शिनाख्त कराने के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला न्याजूपुरा निवासी ई-रिक्शा चालक समीर पुत्र सैय्यद हसन 12 सितंबर को ई-रिक्शा लेकर जाने के बाद से घर नहीं लौटा। काफी प्रयासों के बाद भी उसका सुराग नही लगा तो 13 सितंबर को उसके पिता ने उसकी गुमशुदगी शहर कोतवाली में दर्ज करा दी थी। 14 सितंबर को उसकी ई रिक्शा मेघाखेड़ी के जंगल में लावारिस खड़ी मिली थी। उसी दिन से पुलिस व परिजन उसे तलाश रहे थे।

शुक्रवार देर रात शाहपुर थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी दुर्गनपुर के जंगल में एक युवक शव पड़ा मिला। जंगली जानवर शव के ऊपरी हिस्से को खा चुके थे। परिजनों ने शिनाख्त समीर के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शहर कोतवाली पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हत्या कर शव को फेंकने का लग रहा है। सीओ सिटी राम आशीष यादव ने बताया कि पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

समीर के पिता सैय्यद हुसैन ने दस दिन पहले एसएसपी व डीएम को प्रार्थना पत्र देकर कहा था कि उसकी बेटी का पति से विवाद चल रहा है। महिला थाने में 12 सितंबर को दोनों पक्षों को समझौते के लिए बुलाया था, लेकिन दोनों पक्षों में विवाद हो गया। तब दामाद आदि ससुराल वालों ने अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। उसी दिन से समीर लापता था। मृतक के पिता ने आरोपियों पर ही हत्या कर शव फेंकने का शक जताया है।

शहर कोतवाली पुलिस का कहना है कि शहर व शाहपुर मार्ग की तरफ लगे सीसीटीवी कैमरे में समीर ई-रिक्शा में सवारियों को लेकर जाता दिखाई दे रहा है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।