नई दिल्ली। रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में जसप्रीत बुमराह को एजबेस्टन टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया था। बुमराह की कप्तानी में भारतीय टीम ने इस टेस्ट मैच की शुरुआत काफी अच्छी की भी और एक समय ऐसा लग रहा था कि मैच पूरी तरह से भारतीय टीम की मुट्ठी में है, लेकिन चौथे दिन के बाद सब बदल गया और खेल इंग्लैंड की पक्ष में चला गया। बुमराह की कप्तानी की अनुभवहीनता साफ तौर पर इस मैच के दौरान दिखी और इसका खमियाजा टीम इंडिया को हार के रूप में भुगतना पड़ा।
भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 378 रन का बड़ा लक्ष्य दिया था, लेकिन भारतीय गेंदबाज दूसरी पारी में पूरी तरह से फ्लाप रहे और जो रूट व जानी बेयरस्टो ने नाबाद शतकीय पारी खेलकर अपनी टीम को 7 विकेट से जीत दिला दी। भारतीय टीम की हार के बाद बुमराह ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट की यही खूबी है। पहले तीन दिन खेल हमारी पक्ष में रहा, लेकिन चौथे दिन हमारी बल्लेबाजी कमजोर रही और मैच विपक्षी टीम के पक्ष में चला गया। अगर और लेकिन हमेशा हो सकता है, लेकिन हम पीछे जाते हैं तो पहले मैच में बारिश नहीं होती तब हम यह टेस्ट सीरीज जीत सकते थे।
बुमराह ने आगे कहा कि इंग्लैंड की टीम ने अच्छे खेल का प्रदर्शन किया। हमने सीरीज ड्रा कराई और दोनों टीमों ने अच्छी क्रिकेट खेली, लेकिन पांचवें मैच का परिणाम पूरी तरह से फेयर था। पंत ने चांस लिया और जड्डू के साथ मिलकर पहली पारी में वापसी कराई। वहीं राहुल द्रविड़ के बारे में बुमराह ने कहा कि द्रविड़ हमेशा हमारा मार्गदर्शन करने और हमारा समर्थन करने के लिए मौजूद हैं। हम अपनी गेंदबाजी लाइन में थोड़ा सख्त हो सकते थे और परिवर्तनशील उछाल का इस्तेमाल कर सकते थे। कप्तानी वह नहीं है जो मैं तय करता हूं। मुझे जिम्मेदारी पसंद है। यह एक अच्छी चुनौती थी, एक नई चुनौती। टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात थी और ये एक शानदार अनुभव था।