नई दिल्ली. डायबिटीज दुनिया भर में मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, साल 2030 तक इस स्थिति के 100 प्रतिशत से अधिक बढ़ने का अनुमान है, लेकिन यह स्थिति कितनी भी जानलेवा क्यों न हो, लाइफस्टाइ में कुछ सरल बदलाव करके और कुछ आसान घरेलू उपचारों का फॉलो करके डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल को मैनेज किया जा सकता है. अगर आप भी डायबिटीज के लिए नेचुरल उपाय तलाश रहे हैं तो बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के तरीके कई हैं. यहां हम आपके लिए ऐसे कुछ आसान घरेलू उपाय लेकर आए हैं जो शुगर लेवल को काबू में रखते हैं.
डायबिटीज रोगियों के लिए आयुर्वेदिक टिप्स|
1) डाइट टिप्स
– एक भाग गुडूची, एक भाग कुड़की, एक भाग शारदुनिका और 2 भाग पुनर्वना लें. अच्छी तरह मिलाएं और गर्म पानी के साथ दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें.
– हर खाने-पीने की चीजों में थोड़ा-थोड़ा करके हल्दी का सेवन बढ़ाएं. आप अपने दूध और चाय में भी कुछ मिला सकते हैं.
– तांबे के बर्तन से पानी पीने की सलाह दी जाती है. यह ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव को रोकने में मदद कर सकता है. तांबे के बर्तन में रखे पानी को ताम्र जल कहा जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह तीनों दोषों में संतुलन बनाने में मदद करता हैय तांबे के बर्तन से भरा एक जग रात भर रख दें और अगले दिन इसे पी लें.
2) मेथी दाना
डायबिटीज रोगियों को नियमित रूप से मेथी दाना का सेवन करने की सलाह दी जाती है. वे स्प्राउट्स का सेवन कर सकते हैं या सुबह खाली पेट मेथी का पानी पी सकते हैं.
3) कड़वा हमेशा बेहतर होता है
करेला, आंवला, भांग के बीज और एलोवेरा जैसे कड़वी चीजें भी डायबिटीज को मैनेज करने में काफी मदद कर सकते हैं.
4) डायटरी चेंजेस
टाइप 1 डायबिटीज वात (वायु और हवा) के असंतुलन के कारण होता है और टाइप 2 मधुमेह कफ (जल और पृथ्वी) दोष की अधिकता के कारण होता है. अपनी चाय में अदरक मिलाने से भी शरीर में कफ को कम करने में मदद मिल सकती है.
5) मसाले
मसालों में एंटीडायबिटिक गुण होते हैं. डायबिटीज के रोगियों को हल्दी, सरसों, हींग, दालचीनी और धनिया का सेवन अवश्य करना चाहिए.
6) जामुन
जामुन इंसुलिन को नियंत्रित करने और इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है. जामुन के 4-5 पत्ते और जामुन चबाने से शुगर लेवल कम हो सकता है.
7) करी पत्ते
करी पत्ता डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए भी बहुत अच्छा है और इसलिए इसे दिन में दो से तीन बार सेवन करने की सलाह दी जाती है.