मुजफ्फरनगर। चुनाव आयोग के निर्देश के बाद भी अध्यक्ष और सभासद के प्रत्याशी अपना व्यय नहीं दे पा रहे हैं। आयोग ने तीन तिथि तय की थी। 29 अप्रैल की तिथि को मात्र पांच प्रतिशत प्रत्याशियों ने भी अपना व्यय का हिसाब नहीं दिया है।

नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर में दस में से दो ने ही व्यय प्रस्तुत किया। सभासद के 392 प्रत्याशियों में से केवल नौ ने ही अपना हिसाब दिया है। खतौली पालिका में नौ मेें से केवल तीन ही प्रत्याशी व्यय का हिसाब देने को उपस्थित हुए। सदस्य पद पर यहां 119 में से केवल 33 ही हिसाब देने पहुंचे। बुढाना में अध्यक्ष पद पर नौ मे से केवल एक ने हिसाब दिया। सदस्य पद पर यहां 75 में से 20 ही हिसाब का रजिस्टर दिखा पाए। शाहपुर में अध्यक्ष पद पर दस में से दो ने हिसाब दिया, सदस्य पर पर 73 में से एक भी हिसाब दिखाने नहीं पहुंचा। सिसौली में दसे में से केवल दो ने हिसाब दिखाया। सदस्य पद पर यहां 44 में से एक भी हिसाब दिखाने नहीं पहुंचा।

चरथावल नगर पंचायत में अध्यक्ष पर के आठ प्रत्याशियों में से केवल दो ने ही अपना व्यय का ब्यौरा पेश किया। सभासद के 62 प्रत्याशियों में एक ने भी हिसाब नहीं दिया। कोई प्रत्याशी हिसाब दिखाने नहीं पहुंचा। नगर पंचायत पुरकाजी में अध्यक्ष पद के 15 प्रत्याशी में से केवल तीन ने ही व्यय का रजिस्टर प्रस्तुत किया। 12 उपस्थित नहीं हुए। यहां सभासद के 110 प्रत्याशी में से केवल एक ने ही व्यय का रजिस्टर दिखाया। 109 अनुपस्थित रहे।

नगर पंचायत जानसठ में अध्यक्ष के 15 प्रत्याशी है जिनमें से किसी ने भी व्यय नहीं दिखाया। सदस्य के 70 में से तीन ने ही हिसाब दिया। 67 अनुपस्थित रहे। मीरापुर में अध्यक्ष के 15 में से एक ने ही हिसाब दिया, सदस्य के 82 में से दो ही उपस्थित हुए, 80 अनुपस्थित रहे। भोकरहेड़ी में अध्यक्ष के 18 में से तीन ही उपस्थित हुए 15 हिसाब देने के उपस्थित नहीं हुए। सदस्य पद पर यहां 54 में से केवल चार ही उपस्थित हुए।