मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में एसओ ककरौली राजीव शर्मा के पिस्टल तानने के दौरान सामने खड़ी महिला तोहिदा की तस्वीरें खूब वायरल हुईं। दिनभर उनके घर लोगों की आवाजाही लगी रही। वह कहती हैं कि अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सकी, इसका दुख है। पुलिस की गोली से डर नहीं लगा।

सपा नेताओं का कहना है कि पूर्व सीएम अखिलेश यादव से तोहिदा को सम्मानित कराया जाएगा। अब्दुल समद की पत्नी तोहिदा ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि उसके जेठ के लड़के ने घर लौटकर बताया कि पुलिस ने डंडे मारकर भगा दिया है, मतदान नहीं करने दिया गया। इसके बाद वह परिवार की महिलाओं के साथ मतदान करने जा रही थी। रास्ते में पुलिसकर्मी मिले और पिस्टल तान दी। उसे गोली से डर नहीं लगा।

महिला का आरोप है कि पुलिस ने जान-बूझकर मतदाताओं को रोका है। महिला पुलिसकर्मी भी साथ नहीं थी। बेवजह पूछताछ की जा रही थी। पुलिस के हाथ में ईंट भी थी। वह कहती हैं कि पुलिस को वर्दी उतरवाने की बात भी कही थी।

पुलिस का मुकाबला करने वाली तोहिदा को भी ककरौली थाने में दर्ज मुकदमे में नामजद किया गया है। वह कहती है कि मुकदमे से नहीं डरती, क्योंकि कोई गलत काम नहीं किया है।

पूर्व सांसद कादिर राना और सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी प्रतिनिधि मंडल के साथ ककरौली पहुंचे और लोगों से संवाद किया। राना ने कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए न्यायालय का सहारा लेंगे। चुनाव में लोकतंत्र की हत्या की गई है।

हमारी प्रत्याशी सुम्बुल राना का पर्चा ही निरस्त कर देते। वह चुनाव आयोग मे इसकी शिकायत करेंगे। इंस्पेक्टर की पिस्तौल का सामना करने वाली बहादुर महिला तोहीदा को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सम्मानित कराया जाएगा। मौलाना नजर ने कहा कि हार-जीत से बड़ा लोकतंत्र और इंसाफ है।