मुजफ्फरनगर। नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले एक दूध डेयरी व्यापारी ने लखनऊ जेल में बंद कुख्यात संजीव जीवा, उसकी पत्नी पायल महेश्वरी व सपा के जिला कोषाध्यक्ष समेत 9 के खिलाफ रंगदारी व हत्या की धमकी देने समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। व्यापारी जीवा के खौफ से तीन साल पूर्व शहर छोड़कर चला गया था।
दर्ज कराई गई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि शहर छोड़ने के बाद भी संजीव जीवा के साथियों ने उसे वापस बुलाकर न केवल उसकी पिटाई की बल्कि लाखों रुपये और उसके नाम के प्लाट व वाहन आदि भी हड़प लिए। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
व्यापारी मनीश गुप्ता ने तहरीर देते हुए बताया कि आरोपी व्यापार में 50 प्रतिशत की साझेदारी का दबाव उस पर बना रहे थे। विरोध करने पर उसके परिवार को धमकी मिलने लगी। आरोप है कि 9 फरवरी को सपा जिला कोषाध्यक्ष सचिन अग्रवाल अपने साथी अमित गोयल उर्फ बौना व अमित महेश्वरी के साथ मकान में घुस आए और जान से मारने की नियत से तमंचे से फायर कर दिया। पुलिस के पहुंचने से पूर्व आरोपी फरार हो गए। डर के कारण वह अपने परिवार के साथ अलीगढ़ में रहने लगा। डेढ़ साल बाद वह हिम्मत जुटाकर वापस आया तो आरोप है कि सचिन अग्रवाल ने मामला सुलझाने के लिए उसे नगरपालिका सभासद प्रवीण पीटर के आवास पंचमुखी पर बुलवाया।
आरोप है कि वहा पहले से शैकी मित्तल, शुभम बंसल व अन्य लोगों ने उसके साथ मारपीट करते हुए 13 लाख रुपये मांगे। उसने किसी तरह से रुपयों का इंतजाम कर देने की बात कहकर अपनी जान बचाई। डर के कारण उसने इधर उधर से 13 लाख रुपये आरोपियों को दे दिए। आरोप है कि उसके बाद आरोपियों ने संजीव जीवा के नाम की धमकी देते हुए उसकी फोन पर बात जीवा की पत्नी पायल महेश्वरी से कराई। जान से मारने की धमकी देते हुए कूकड़ा स्थित 153 गज के प्लॉट को अमित महेश्वरी की पत्नी के नाम पर करा लिया। उसके एवज में उसे कोई पैसा नहीं दिया गया है।
आरोपियों की दबंगई व दहशत के कारण वह व उसका परिवार दहशत में है। पुलिस ने व्यापारी की तहरीर पर सचिन अग्रवाल, अमित गोयल, अमित महेश्वरी, संजीव जीवा, शुभम बंसल, शैंकी मित्तल, प्रवीण पीटर, अनुराधा महेश्वरी व पायल महेश्वरी के खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।