बागपत। बड़ौत में लोगों के केवाईसी के माध्यम से लोन देकर साप्ताहिक संग्रह का काम करने वाले भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिटेड कंपनी (इंडसइंड बैंक) की नगर में दो शाखा हैं। एक शाखा शताब्दी नगर तथा दूसरी शाखा छपरौली रोड पर है। आरोप है कि इनमें काम करने वाले शाखा प्रबंधक समेत 16 कर्मचारियों ने लोन धारकों से संग्रहीत की गई किस्तें बैंक में जमा नहीं कराई और 96,19,793 रुपये का गबन कर लिया। मामला उजागर हुआ तो जांच कराई गई।
इस मामले में बैंक के डिप्टी डिवीजन मैनेजर प्रदीप कुमार ने बताया कि शक होने पर जांच टीम गठित की गई। जांच में पता चला कि आरोपी कर्मचारी लोन की किस्त लोगों से लेने के बाद बैंक में जमा नहीं करा रहे थे। सभी ने एक राय होकर इस घटना को अंजाम दिया। किस्त जमा होने पर देरी होने पर लोगों द्वारा किस्त जमा नहीं किए जाने की बात कहकर अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा था, जब लोन धारकों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने समय पर अपनी किस्त जमा की हैं। आरोप है कि शाखा प्रबंधक व कर्मचारियों द्वारा लोन के दस्तावेजों को बैंक के रिकार्ड से हटा दिया गया।
डिप्टी डिवीजन मैनेजर प्रदीप कुमार ने इस संबंध में तहरीर दी थी। जिसके बाद शाखा प्रबंधक जसपाल, शाखा प्रबंधक शोविन्द्र, कर्मचारी ललित कुमार, राहुल सोलंकी, नितिन धामा, सचिन, अनिकेत, राहुल कुमार, अमित कुमार,सनी कुमार, पंकज सोलंकी, अक्षय कुमार, सचिन कुमार, उमेश,अंकित, अमित भड़ाना के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई। – संजय कुमार इंसपेक्टर बड़ौत।