देश के सबसे बड़े कारोबारी घराने टाटा ग्रुप (Tata Group) की कंपनी टाटा स्टील से 38 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है. इन कर्मचारियों को मंदी की आहट के बीच कॉस्ट कटिंग के नाम पर नहीं, बल्कि उनपर लगे गंभीर आरोपों के कारण बर्खास्त किया गया है. इससे पहले ग्रुप की दिग्गज आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) से चार बड़े अधिकारियों को निकाले जाने की खबर भी बीते दिनों सुर्खियां बनी थी.

बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, Tata Steel सालाना शेयरहोल्डर्स मीटिंग के दौरान खुद Tata Son’s के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) ने ये जानकारी शेयर की है. उन्होंने बताया कि स्टील दिग्गज टाटा स्टील ने पिछले वित्तीय वर्ष में कदाचार के आरोप में 38 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है.

चंद्रशेखरन के मुताबिक, ‘हमने 38 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है, जिन्हें कंपनी से टर्मिनेट कर दिया गया है. इनमें से 35 को नैतिक मुद्दों से जुड़ी अस्वीकार्य प्रथाओं के लिए, जबकि 3 कर्मचारियों को यौन दुराचार (Sexual Misconduct) के गंभीर आरोपों के चलते निकाला गया है.