रायता आपके खान के जायके को दोगुना कर देता है। दही से बना रायता चावल, बिरयानी, पराठा, रोटी और कई भोजन के साथ खाया जाता है। रायता सिर्फ स्वाद नहीं बढ़ाता है बल्कि तालू को साफ करता है, आंत के स्वास्थ्य को बढ़ाता है, पाचन तेज करता है, वजन घटाता है और ब्लड शुगर व ब्लड प्रेशर को कंट्रोल भी रखता है।
रायता बनाने के लिए लोग जीरा, काला नमक, बूंदी, खीरा, गाजर, चुकंदर और हरी मिर्च जैसी चीजें डालकर खाना पसंद करते हैं क्योंकि यह इसके स्वाद को डबल कर देती हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि रायते में सब्जी डालने से इसका पोषण भी बढ़ जाता है। लेकिन एक सब्जी है, जो रायते में डालने से इसकी सारी अच्छाइयों को खत्म कर सकती है और वो है प्याज।
आयुर्वेद के अनुसार, दही और प्याज को ‘विरुद्ध अन्न’ माना जाता है, जिसका अर्थ है विपरीत प्रभाव वाला भोजन। जहां दही की तासीर ठंडी होती है, वहीं प्याज को गर्म माना जाता है और जब दोनों एक साथ आते हैं, तो वे आपके शरीर में दोषों वात, पित्त और कफ का असंतुलन पैदा करते हैं।
ने बताया कि यह कॉम्बिनेशन शरीर में दोषों को बिगाड़ सकता है। इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं, जिनमें सबसे आम हैं अपच, एसिडिटी, सूजन और पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं शामिल हैं।
डॉक्टर का मानना है कि यह कॉम्बिनेशन शरीर में ज्यादा गर्मी पैदा करता है और विषाक्त पदार्थों की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे स्किन एलर्जी और रिएक्शन हो सकते हैं जिनमें रैशेज, एक्जिमा और सोरायसिस शामिल हैं।
डॉक्टर ने बताया कि यह पेट और आंतों में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है और इससे आपको फूड पॉइजनिंग की भी समस्या हो सकती है। ऐसा होने से आपको मतली, उल्टी, शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है।
प्याज में सल्फ्यूरिक यौगिक होते हैं और इसे कच्चा खाने पर आपके तालू में गर्मी और सनसनाहट पैदा हो सकती है। हालांकि ये यौगिक गर्मी और ऑक्सीकरण के प्रति संवेदनशील होते हैं। अगर आप प्याज को भूनने के बाद दही में मिक्स करते हैं तो इसकी इफेक्ट कम हो हो जाता है। प्याज को भूनने के बाद उसका सल्फर लेवल भी कम हो जाता है। ध्यान रहे कि गर्म करने या तलने से प्याज के पोषक तत्व खत्म नहीं होंगे, बस उसकी ताकत थोड़ी कम हो जाएगी।